
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर शुक्रवार, 31 अक्टूबर को भारतीय टीम के लिए रात किसी बुरे सपने से कम नहीं रही। टीम इंडिया की बल्लेबाज़ी और रणनीति दोनों ही बिखर गए। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम 20 ओवर भी पूरे नहीं खेल पाई और मात्र 125 रन पर ऑलआउट हो गई। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने इस छोटे लक्ष्य को सिर्फ 13.2 ओवर में 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
यह 2008 के बाद पहली बार था जब भारत को MCG पर टी20 मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही टीम इंडिया का MCG पर चला आ रहा चार मैचों का विजयी क्रम भी टूट गया। ऑस्ट्रेलिया ने बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और फील्डिंग— तीनों विभागों में भारत को पूरी तरह पछाड़ दिया।
हेजलवुड का कहर, भारत की टॉप ऑर्डर तबाह
ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ जोश हेजलवुड ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह टी20 क्रिकेट के सबसे घातक गेंदबाज़ों में से एक हैं। अपने शुरुआती स्पेल में उन्होंने भारतीय टॉप ऑर्डर की कमर तोड़ दी। अपने तीन ओवरों में उन्होंने तीन विकेट झटके और भारत को शुरुआत से ही दबाव में डाल दिया।
हेजलवुड की लाइन और लेंथ इतनी सटीक थी कि भारतीय बल्लेबाज़ असमंजस में पड़ गए। उन्होंने पहले सूर्यकुमार यादव को शानदार गेंद पर आउट किया, फिर शुभमन गिल और तिलक वर्मा को पवेलियन भेजा। सूर्यकुमार, जो पिछले मैच में लय में दिखे थे, इस मैच में बेहतरीन गेंद पर आउट हो गए जो उनके बल्ले के बाहरी किनारे को चूमते हुए विकेटकीपर के दस्तानों में जा समाई।
दूसरी ओर, भारत के प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह उतनी मदद पिच से नहीं निकाल पाए। उनकी गेंदों पर कप्तान मिचेल मार्श (46 रन, 26 गेंद) और ट्रैविस हेड ने जमकर रन बटोरे।
संघर्ष करती बल्लेबाज़ी और गलत प्रयोग
भारत की बल्लेबाज़ी पूरी तरह से अस्थिर दिखी। शुरुआत से ही विकेट गिरते रहे और कोई साझेदारी नहीं बन पाई। टीम मैनेजमेंट ने संजू सैमसन को नंबर 3 पर भेजकर प्रयोग किया, लेकिन वह केवल चार गेंदें खेलकर नाथन एलिस की गेंद पर LBW हो गए।
तिलक वर्मा, जिन्हें नीचे भेजा गया था, बिना खाता खोले हेजलवुड का शिकार बने। इस समय तक भारत का स्कोर 32 पर 4 विकेट हो चुका था।
वहीं, हार्दिक पंड्या और अभिषेक शर्मा ने पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन पारी कभी रफ्तार नहीं पकड़ पाई। भारत ने लगातार विकेट गंवाए और 125 के मामूली स्कोर पर सिमट गया।
हर्षित राणा की भूमिका और सवाल
टीम इंडिया ने इस मैच में अर्शदीप सिंह की जगह हर्षित राणा को मौका दिया। हर्षित ने बल्ले से योगदान जरूर दिया, लेकिन गेंद से महंगे साबित हुए। अपने शुरुआती दो ओवरों में उन्होंने 27 रन लुटाए जिससे ऑस्ट्रेलिया को तेज़ शुरुआत मिल गई।
हालांकि, बल्लेबाज़ी में हर्षित ने 35 रन (33 गेंद) बनाकर संघर्ष दिखाया और अभिषेक शर्मा (56 रन, 47 गेंद) के साथ छठे विकेट के लिए भारत की सबसे बड़ी साझेदारी की। इन दोनों ने 49 पर 5 की स्थिति से कुछ हद तक सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचाया।
इसके बावजूद, यह सवाल अब टीम प्रबंधन के सामने है कि क्या हर्षित की बल्लेबाज़ी उनके गेंदबाज़ी प्रदर्शन की भरपाई कर सकी?
स्पिनर्स ने दिखाया दम, लेकिन देर हो चुकी थी
भारत के स्पिनर वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव ने बीच के ओवरों में अच्छी गेंदबाज़ी की। दोनों को दो-दो विकेट मिले। वरुण चक्रवर्ती विशेष रूप से प्रभावशाली रहे, जिन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 23 रन देकर 2 विकेट लिए।
कुलदीप यादव ने कप्तान मिचेल मार्श को आउट किया, लेकिन उन्हें भी मार्श ने उनके एक ओवर में 20 रन जड़ दिए। कुलदीप ने कुल 3.2 ओवर में 45 रन दिए।
हालांकि, जब तक स्पिनरों को विकेट मिले, तब तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर इतना आगे निकल चुका था कि वापसी असंभव हो गई थी।
बुमराह की लेट बाउंस बैक
जसप्रीत बुमराह ने अपने आखिरी ओवर में लगातार दो गेंदों पर दो विकेट लेकर अपनी क्लास का झलक दिखाई। एक गेंद इतनी शानदार थी कि उसने मैथ्यू शॉर्ट की स्टंप उखाड़ दी। लेकिन तब तक मैच ऑस्ट्रेलिया की पकड़ में जा चुका था।
भारत ने इस मैच में केवल चार गेंदबाज़ों का इस्तेमाल किया। अक्षर पटेल, जिन्होंने बल्लेबाज़ी में कुछ रन बनाए, उन्हें गेंदबाज़ी करने का मौका नहीं मिला।
ऑस्ट्रेलिया का दबदबा और भारत की रणनीतिक भूलें
पहला टी20 मैच कैनबरा में बारिश के कारण रद्द हो गया था, इसलिए यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए अहम था। लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न में अपने दबदबे का प्रदर्शन किया। टीम के कप्तान मिचेल मार्श और ओपनर ट्रैविस हेड ने पहले 29 गेंदों में ही 51 रन जोड़ दिए और मैच की दिशा तय कर दी।
यह जीत ऑस्ट्रेलिया के लिए सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि एक स्टेटमेंट ऑफ इंटेंट थी — यह दिखाने के लिए कि वे इस सीरीज़ में हावी रहने के लिए तैयार हैं। दूसरी ओर, भारतीय टीम को अब अपनी बल्लेबाज़ी रणनीति और चयन पर पुनर्विचार करने की जरूरत है।
अगला मुकाबला
अब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टी20 मुकाबला 2 नवंबर, रविवार को होबार्ट में खेला जाएगा। यह मैच भारत के लिए वापसी का अवसर होगा। दिलचस्प बात यह है कि उसी दिन कुछ घंटों बाद भारत की महिला टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ वर्ल्ड कप फाइनल भी खेलेगी।



