
भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को शानदार तेजी देखने को मिली। घरेलू बाजारों ने वैश्विक संकेतों का अनुसरण करते हुए मजबूत शुरुआत की और दिनभर पॉजिटिव ज़ोन में कारोबार जारी रखा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीद, विदेशी निवेशकों की मजबूत खरीदारी और एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों ने निवेशकों के मनोबल को बढ़ाया।
सेंसेक्स-निफ्टी की रफ्तार ने पकड़ी रफ्तार
बीएसई सेंसेक्स 368.97 अंक यानी 0.44 प्रतिशत की मजबूती के साथ 84,997.13 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 85,105.83 के उच्च स्तर तक पहुंच गया था। इसी तरह, एनएसई निफ्टी 117.70 अंक या 0.45 प्रतिशत चढ़कर 26,053.90 पर बंद हुआ।
यह लगातार दूसरा दिन था जब बाजार ने मजबूती दिखाई, जबकि मंगलवार को मामूली गिरावट देखी गई थी।
कौन से शेयर बने चमकते सितारे
आज के कारोबार में कई दिग्गज कंपनियों के शेयरों में तेजी देखने को मिली।
अदाणी पोर्ट्स, एनटीपीसी, पावर ग्रिड, एचसीएल टेक, टाटा स्टील, सन फार्मा, ट्रेंट और एशियन पेंट्स ने बढ़िया प्रदर्शन किया और सेंसेक्स को मजबूती दी।
इन कंपनियों के शेयरों में खरीदारी बढ़ने से बाजार में विश्वास का माहौल बना।
हालांकि, कुछ दिग्गज कंपनियों जैसे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और मारुति सुजुकी में हल्की गिरावट देखने को मिली, लेकिन इनका असर बाजार की समग्र दिशा पर नहीं पड़ा।
विदेशी बाजारों से मिला समर्थन
एशियाई बाजारों की बात करें तो दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 और चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स सभी ऊंचे स्तर पर बंद हुए।
यूरोपीय बाजारों में भी सकारात्मक रुख देखने को मिला, जबकि मंगलवार को अमेरिकी बाजार मजबूती के साथ बंद हुए थे।
इन वैश्विक संकेतों ने भारतीय बाजार को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। निवेशकों को उम्मीद है कि आने वाले समय में ब्याज दरों में कटौती से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तरलता बढ़ेगी, जिससे उभरते बाजारों को फायदा होगा।
अमेरिकी फेड रेट कट की उम्मीद से बढ़ा भरोसा
अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Fed) की अगली बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हैं।
अधिकांश विश्लेषकों का मानना है कि फेड इस बार 25 बेसिस पॉइंट्स (0.25%) की ब्याज दर में कटौती कर सकता है।
यह उम्मीद बाजार में जोश का मुख्य कारण बनी हुई है।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा,
“घरेलू बाजार आज मजबूत नोट पर बंद हुआ, जिसका श्रेय एशियाई बाजारों से मिले पॉजिटिव संकेतों और वैश्विक व्यापार माहौल में सुधार को जाता है। भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में संभावित प्रगति को लेकर बढ़ी उम्मीदों ने निवेशकों का विश्वास और बढ़ाया है।”
विनोद नायर के अनुसार, फेड की आगामी नीति बैठक बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। निवेशक फेड की टिप्पणी पर भी करीबी नजर रखेंगे कि आगे और कितनी दरों में कटौती की संभावना है।
विदेशी निवेशकों ने बढ़ाई खरीदारी
एक्सचेंज डेटा के अनुसार, मंगलवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने भारतीय शेयरों में लगभग 10,339.80 करोड़ रुपये की भारी खरीदारी की।
यह निवेश संकेत देता है कि विदेशी निवेशक भारतीय इक्विटी मार्केट में दोबारा भरोसा जता रहे हैं।
विदेशी पूंजी का यह प्रवाह रुपये की मजबूती और बाजार की स्थिरता के लिए भी सहायक साबित हो रहा है।
कच्चे तेल की कीमतों में मामूली तेजी
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.23 प्रतिशत की मामूली तेजी के साथ 64.55 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
कच्चे तेल की स्थिर कीमतें भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए राहत भरी खबर हैं क्योंकि इससे आयात बिल कम रहेगा और मुद्रास्फीति पर नियंत्रण रहेगा।
पिछले दिन बाजार में रही थी गिरावट
मंगलवार को सेंसेक्स 150.68 अंक यानी 0.18 प्रतिशत गिरकर 84,628.16 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 29.85 अंक यानी 0.11 प्रतिशत फिसलकर 25,936.20 पर आ गया था।
बुधवार को बाजार ने उस गिरावट की पूरी भरपाई करते हुए मजबूत रिकवरी की।
आगे का रुख: निवेशकों के लिए क्या संकेत
विश्लेषकों का मानना है कि बाजार में अभी भी सकारात्मक रुझान बना रहेगा, खासकर अगर अमेरिकी फेड ब्याज दरों में कटौती करता है।
फेड की नीति में ढील से विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी और बढ़ सकती है, जिससे भारतीय बाजार को दीर्घकालिक लाभ मिलेगा।
निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे आने वाले दिनों में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर नजर रखें क्योंकि बड़े इंडेक्स पहले से ही ऊंचाई पर पहुंच चुके हैं।


