
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज यानी 15 दिसंबर से 20 दिसंबर तक जर्मनी के दौरे पर रहेंगे। इस यात्रा के दौरान वे जर्मन सरकार के प्रतिनिधियों और वहां रहने वाले भारतीय समुदाय के सदस्यों से मुलाकात करेंगे।
यह पिछले छह महीनों में राहुल गांधी की पांचवीं विदेश यात्रा है। इससे पहले जुलाई से सितंबर के बीच वे लंदन, मलेशिया, ब्राजील और कोलंबिया का दौरा कर चुके हैं।
संसद सत्र के बीच दौरे पर BJP का हमला
राहुल गांधी का जर्मनी दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब देश में संसद का शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से 19 दिसंबर तक चल रहा है। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधा है।
BJP ने राहुल गांधी को तंज कसते हुए ‘विदेश नायक’ और ‘पर्यटन के नेता’ करार दिया।
पार्टी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि संसद सत्र के दौरान राहुल गांधी का विदेश जाना सवाल खड़े करता है। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव के समय भी राहुल गांधी देश से बाहर थे।
प्रियंका गांधी का पलटवार
BJP के आरोपों पर राहुल गांधी की बहन और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यकाल का बड़ा हिस्सा विदेश यात्राओं में बिताते हैं, तब विपक्ष के नेता की यात्रा पर सवाल उठाना उचित नहीं है।
जर्मनी में क्या है कार्यक्रम
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (IOC) ने राहुल गांधी के जर्मनी दौरे की पुष्टि की है।
IOC के अनुसार, 17 दिसंबर को राहुल गांधी बर्लिन में भारतीय प्रवासी समुदाय को संबोधित करेंगे। इस दौरान वे जर्मन सांसदों और यूरोप के विभिन्न देशों से आए IOC पदाधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे।
IOC ने इस दौरे को पार्टी के वैश्विक संवाद को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया है।
लोकतंत्र और संस्थाओं पर राहुल का रुख
राहुल गांधी अपनी विदेश यात्राओं के दौरान, सांसद और अब नेता प्रतिपक्ष के रूप में, लगातार यह मुद्दा उठाते रहे हैं कि भारत में लोकतांत्रिक संस्थाएं कमजोर हो रही हैं और उन पर सत्तारूढ़ पार्टी तथा आरएसएस का प्रभाव बढ़ रहा है।
IOC नेताओं की मौजूदगी
IOC ऑस्ट्रिया के अध्यक्ष औसाफ खान ने कहा कि संगठन को राहुल गांधी की मेजबानी पर गर्व है। उन्होंने बताया कि इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा समेत कई वरिष्ठ नेता भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।



