
दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार सुबह ‘गंभीर’ (Severe) श्रेणी में पहुंचने के बाद ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण लागू कर दिया गया है। यह फैसला राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र एवं आसपास के इलाकों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए लिया।
क्या है GRAP और कब लागू होता है
सर्दियों के मौसम में दिल्ली-एनसीआर में GRAP के तहत चरणबद्ध पाबंदियां लागू की जाती हैं। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के आधार पर इसे चार चरणों में बांटा गया है:
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स्टेज-1: खराब (AQI 201-300)
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स्टेज-2: बेहद खराब (AQI 301-400)
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स्टेज-3: गंभीर (AQI 401-450)
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स्टेज-4: गंभीर प्लस (AQI 450 से ऊपर)
शनिवार को AQI के गंभीर स्तर पर पहुंचने के बाद स्टेज-3 की पाबंदियां लागू की गईं।
GRAP-3 के तहत कौन-सी पाबंदियां
GRAP-3 लागू होने के साथ ही दिल्ली और एनसीआर में:
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गैर-जरूरी निर्माण और तोड़फोड़ कार्यों पर रोक
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स्टोन क्रशिंग और खनन गतिविधियां बंद
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पुराने डीजल मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध
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कक्षा 5 तक के स्कूलों में हाइब्रिड मोड से पढ़ाई
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सरकारी और निजी दफ्तरों में 50 प्रतिशत स्टाफ के साथ काम करने की सलाह
जैसे कड़े कदम उठाए गए हैं।
वजीरपुर में सबसे खराब हवा
शनिवार सुबह दिल्ली के कई इलाकों में AQI गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया।
सबसे ज्यादा प्रदूषण वजीरपुर में देखा गया, जहां AQI 443 तक पहुंच गया। इसके अलावा:
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जहांगीरपुरी – 439
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विवेक विहार – 437
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आनंद विहार – 435
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गाज़ीपुर – 435
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रोहिणी – 436
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चांदनी चौक – 419
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बुराड़ी क्रॉसिंग – 415
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आरके पुरम – 404
प्रदूषण बढ़ने की वजहें
पर्यावरण विशेषज्ञों के मुताबिक, सर्दियों में दिल्ली में जहरीली हवा की समस्या आम होती जा रही है। इसके पीछे ठहरी हुई हवाएं, वाहनों का धुआं, औद्योगिक उत्सर्जन, और पड़ोसी राज्यों में पराली जलाना प्रमुख कारण माने जा रहे हैं।
लगातार बढ़ता वायु प्रदूषण बच्चों, बुजुर्गों और सांस संबंधी बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए गंभीर खतरा बनता जा रहा है।


