
भारत की सबसे बड़ी कंपनी Reliance Industries Limited (RIL) ने सितंबर तिमाही (Q2 FY26) के नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 9.6% बढ़कर ₹18,165 करोड़ पहुंच गया है। इस शानदार प्रदर्शन के पीछे कंपनी के दो प्रमुख बिज़नेस — टेलीकॉम (Jio) और रिटेल (Reliance Retail) — की मजबूत ग्रोथ और तेल से रसायन (Oil-to-Chemicals) कारोबार की रिकवरी रही।
हालांकि, पिछली तिमाही यानी अप्रैल-जुलाई (Q1 FY26) के मुकाबले मुनाफे में करीब 33% की गिरावट देखने को मिली है। इसका मुख्य कारण रहा इन्वेंट्री लॉस यानी तेल कीमतों में गिरावट के चलते भंडारण का मूल्य घट जाना। Reliance ने कहा कि Q2 में इन्वेंट्री लॉस ₹8,421 करोड़ रहा, जो पिछली तिमाही की तुलना में दोगुना है।
कुल मिलाकर कंपनी का EBITDA (Profit Before Tax) 14.6% बढ़कर ₹50,367 करोड़ पर पहुंचा। हालांकि, फाइनेंस कॉस्ट में भी 13.5% की बढ़ोतरी हुई, क्योंकि कंपनी का कुल कर्ज 30 सितंबर 2025 तक बढ़कर ₹3.48 लाख करोड़ हो गया।
Jio: दुनिया की सबसे बड़ी वायरलेस ब्रॉडबैंड सेवा
Reliance के टेलीकॉम और डिजिटल कारोबार संभालने वाली Jio Platforms Limited ने इस तिमाही में 13% की बढ़ोतरी के साथ ₹7,379 करोड़ का प्रॉफिट कमाया। कंपनी के सभी प्रमुख आंकड़ों — डेटा यूसेज, कॉल मिनट, औसत उपभोक्ता राजस्व (ARPU) और ग्राहक संख्या — में सुधार हुआ।
कंपनी का यूज़र बेस बढ़कर 506.4 मिलियन (50.6 करोड़) हो गया, जो पिछली तिमाही के 498.1 मिलियन से अधिक है। वहीं ARPU ₹211.4 तक पहुंच गया, जो पहले ₹208.8 था।
Jio का नया उत्पाद JioAirFibre, जो वायरलेस ब्रॉडबैंड कनेक्शन सेवा है, दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली सेवा बन गई है। Reliance के अनुसार, इस सेवा के 9.5 मिलियन सब्सक्राइबर्स हैं और कंपनी हर महीने 10 लाख से अधिक नए घरों को कनेक्ट कर रही है।
Jio की यह ग्रोथ दिखाती है कि भारत डिजिटल कनेक्टिविटी में किस तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, और कैसे Reliance देश के हर कोने तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुँचाने में अग्रणी बनी हुई है।
Retail Business: Reliance Retail का धमाका
Reliance Retail Ventures Limited ने सितंबर तिमाही में शानदार प्रदर्शन करते हुए 22% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की। कंपनी का मुनाफा बढ़कर ₹3,457 करोड़ हो गया।
इस तिमाही में Reliance ने 229 नए स्टोर खोले, जिससे इसका कुल नेटवर्क 19,821 स्टोर्स तक पहुंच गया। हालांकि, कुल ऑपरेशनल एरिया लगभग समान रहा — 77.8 मिलियन वर्ग फुट — लेकिन कंपनी ने ऑपरेशनल एफिशिएंसी और मार्जिन बढ़ाने पर ध्यान दिया।
कंपनी के अनुसार, ग्राहकों की औसत खरीद में बढ़ोतरी हुई है और “क्विक हाइपरलोकल डिलीवरी मॉडल” यानी फास्ट लोकल डिलीवरी सेवाओं की मांग भी तेजी से बढ़ी है। यह संकेत देता है कि भारत का उपभोक्ता बाजार डिजिटल और फिजिकल दोनों प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से विकसित हो रहा है।
Oil-to-Chemicals (O2C) Business में सुधार
Reliance का पारंपरिक Oil-to-Chemicals (O2C) कारोबार, जिसमें गुजरात के जामनगर रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल यूनिट्स शामिल हैं, कंपनी के कुल मुनाफे का एक बड़ा हिस्सा देता है। इस तिमाही में इस सेगमेंट का EBITDA 21% बढ़कर ₹15,008 करोड़ हो गया।
कंपनी ने इस दौरान रिकॉर्ड 20.8 मिलियन टन क्रूड ऑयल प्रोसेसिंग की, जो Reliance के इतिहास में सबसे अधिक है। साथ ही, मिडल डिस्टिलेट क्रैक (refining margin) बेहतर रहे जिससे फ्यूल मार्जिन में सुधार हुआ।
फ्यूल रिटेलिंग में भी Reliance ने बढ़िया प्रदर्शन किया। BP के साथ संयुक्त उद्यम Jio-bp की पेट्रोल और डीज़ल बिक्री 30% बढ़ी और उसका नेटवर्क अब 2,000 से अधिक आउटलेट्स तक पहुँच गया है।
Oil & Gas Business में मामूली गिरावट
हालांकि Reliance के तेल और गैस उत्पादन कारोबार में इस तिमाही हल्की गिरावट देखने को मिली। KG-D6 ब्लॉक से गैस उत्पादन में कमी के चलते इस सेगमेंट का प्री-टैक्स प्रॉफिट 5.4% घटकर ₹5,002 करोड़ रह गया।
कंपनी ने बताया कि औसत गैस उत्पादन 26.1 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर प्रति दिन रहा, जबकि तेल उत्पादन 18,746 बैरल प्रति दिन दर्ज हुआ।
मुकेश अंबानी का बयान: “नए युग के लिए तैयार Reliance”
कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा,
“Reliance ने Q2 FY26 में मजबूत प्रदर्शन किया है, जिसमें O2C, Jio और Retail तीनों ने बड़ा योगदान दिया है। हमारा डिजिटल सर्विस बिज़नेस तेजी से आगे बढ़ रहा है, खासकर 5G नेटवर्क और JioAirFibre जैसी सेवाओं से नए यूज़र्स जुड़ रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि रिटेल कारोबार में सभी कैटेगरी में वॉल्यूम बढ़ा है और कंपनी का “क्विक डिलीवरी मॉडल” ग्राहकों के बीच लोकप्रिय हो रहा है। इसके अलावा, हाल ही में GST में किए गए सुधार उपभोग आधारित ग्रोथ को और गति देंगे।
अंबानी ने आगे कहा कि Reliance नई ऊर्जा, मीडिया और कंज़्यूमर ब्रांड्स जैसे नए क्षेत्रों में भी तेज़ी से निवेश कर रही है। उनका मानना है कि ये नए ग्रोथ इंजन कंपनी को भविष्य की टेक्नोलॉजी-ड्रिवन इंडस्ट्री में अग्रणी बनाए रखेंगे।
उन्होंने विशेष रूप से बताया कि Reliance की AI (Artificial Intelligence) में पहलें कंपनी को आने वाले टेक्नोलॉजी ट्रेंड्स में आगे रखेगी और भारत को तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी।
नतीजों से क्या संकेत मिलता है?
Reliance Industries के सितंबर तिमाही नतीजे यह साफ़ दर्शाते हैं कि कंपनी अब सिर्फ तेल और रिफाइनिंग पर निर्भर नहीं है। उसका उपभोक्ता-आधारित बिज़नेस (Jio और Retail) अब उसके भविष्य की रीढ़ बन चुका है।
Jio का तेजी से बढ़ता डिजिटल नेटवर्क, Retail की हर शहर-गाँव तक पहुँच, और O2C बिज़नेस की रिकवरी — इन तीनों की बदौलत Reliance लगातार भारत की सबसे मजबूत कंपनियों में बनी हुई है।
निष्कर्ष
Reliance Industries ने Q2 FY26 में यह दिखा दिया है कि विविध कारोबारों में संतुलन और नई तकनीक अपनाने से कैसे लगातार वृद्धि बनाए रखी जा सकती है। Jio और Retail की जबरदस्त रफ्तार, साथ ही O2C की मजबूती, कंपनी को आने वाले वर्षों में और ऊँचाइयाँ दे सकती है।
मुकेश अंबानी का विज़न स्पष्ट है — “डिजिटल इंडिया से लेकर ग्रीन एनर्जी इंडिया तक, Reliance ही देश के विकास की रफ़्तार तय करेगा।”


