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Asia Cup 2025: BCCI ने हरिस रऊफ और साहिबजादा फर्हान पर दर्ज की शिकायत, मैदान पर भड़काऊ इशारों से मचा बवाल

एशिया कप 2025 का सुपर-4 मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच हमेशा की तरह जोशीला और हाई-वोल्टेज माहौल में खेला गया। लेकिन इस बार मैच से ज्यादा चर्चा पाकिस्तान के खिलाड़ियों हरिस रऊफ और साहिबजादा फर्हान की हरकतों को लेकर रही। मैदान पर उनके भड़काऊ इशारों ने भारतीय दर्शकों को नाराज़ कर दिया और बीसीसीआई (BCCI) ने इस मामले में आधिकारिक शिकायत दर्ज कराते हुए कड़ा रुख अपनाया।

भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने मैच के दौरान हुई घटनाओं की विस्तृत रिपोर्ट मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को सौंप दी है और साथ ही वीडियो सबूत भी जमा किए हैं। बीसीसीआई का कहना है कि पाकिस्तान खिलाड़ियों का यह व्यवहार खेल की भावना के बिल्कुल खिलाफ है और इस पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।

हरिस रऊफ की विवादित हरकतें

दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में जब भारतीय समर्थक “कोहली-कोहली” के नारे लगाने लगे, तो हरिस रऊफ ने प्रतिक्रिया देते हुए कई आपत्तिजनक इशारे किए। उन्होंने कई बार लड़ाकू विमान की उड़ान की नकल की और संजू सैमसन का विकेट लेने के बाद “6-0” का इशारा दिखाया। यह वही प्रचार है जिसे पाकिस्तान लंबे समय से फैलाता रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना के 6 विमान गिराए गए थे।

इतना ही नहीं, रऊफ का भारतीय बल्लेबाज शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा के साथ मैदान पर तीखी बहस भी हुई, जिस पर भारतीय टीम ने आपत्ति दर्ज कराई।

साहिबजादा फर्हान का भड़काऊ जश्न

हरिस रऊफ के साथ-साथ पाकिस्तान के ओपनर साहिबजादा फर्हान ने भी अर्धशतक पूरा करने के बाद बंदूक चलाने जैसा सेलिब्रेशन किया। भारतीय दर्शकों और खिलाड़ियों को यह बिल्कुल भी पसंद नहीं आया और इसे क्रिकेट की गरिमा के खिलाफ बताया गया।

बीसीसीआई का सख्त रुख

बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह सब कुछ योजनाबद्ध तरीके से किया गया और खिलाड़ियों का ऐसा आचरण “स्पिरिट ऑफ क्रिकेट” के खिलाफ है। उन्होंने बताया कि केवल शिकायत ही नहीं की गई बल्कि वीडियो सबूत भी मैच रेफरी को भेजे गए हैं ताकि इन घटनाओं को नज़रअंदाज़ न किया जा सके।

भारत ने साफ कर दिया है कि मैदान की प्रतिद्वंद्विता खेल तक ही सीमित रहनी चाहिए, न कि भड़काऊ इशारों और विवादित प्रचार तक।

पाकिस्तान का चुप्पी साधना

दूसरी ओर, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया। हालांकि, टीम के तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमारा काम केवल क्रिकेट खेलना है। लोग जो चाहें सोच सकते हैं। हमारा फोकस सिर्फ एशिया कप जीतने पर है।” उनकी यह बात विवाद को शांत करने की बजाय और सवाल खड़े कर गई।

फैंस और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया पर यह मामला खूब चर्चा में है। भारतीय फैंस लगातार पाकिस्तान खिलाड़ियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। क्रिकेट विशेषज्ञों का भी मानना है कि क्रिकेट जैसे खेल की लोकप्रियता को देखते हुए खिलाड़ियों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और इस तरह की हरकतें कतई स्वीकार्य नहीं होनी चाहिए।

कई पूर्व भारतीय खिलाड़ियों ने भी इस पर नाराज़गी जताई और कहा कि क्रिकेट हमेशा से जेंटलमैन्स गेम माना जाता है, जहां भड़काऊ इशारों या अशोभनीय व्यवहार की कोई जगह नहीं है।

निष्कर्ष

एशिया कप जैसे टूर्नामेंट दुनियाभर के करोड़ों दर्शकों की निगाहों में होते हैं। ऐसे में खिलाड़ियों के लिए यह जरूरी है कि वे मैदान पर शालीनता और प्रोफेशनलिज़्म दिखाएं। बीसीसीआई की शिकायत और सख्त कार्रवाई की मांग से यह साफ है कि भारत इस मामले को हल्के में नहीं ले रहा।

अब नज़रें आईसीसी और एशियन क्रिकेट काउंसिल पर होंगी कि वे इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। अगर कड़ी सज़ा दी जाती है तो यह आने वाले समय में सभी खिलाड़ियों के लिए एक सख्त संदेश होगा कि खेल की भावना से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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