Uncategorized

झारखंड चुनाव में INDIA v/s भाजपा में कड़ा मुकाबला, कल्पना सोरेन ने नाक में दम किया

TFD INDIA NEWS 24 – रिपोर्टर – खुशबू भारती

झारखंड चुनाव को लेकर बीते शनिवार को बीजेपी ने अपने 66 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की. बीजेपी और सहयोगी दलों के साथ सीटों का बंटवारा लगभग पूरी तरह तय माना जा रहा है.

वहीं दूसरी ओर शनिवार को ही ‘इंडिया’ गठबंधन का आपसी मनमुटाव खुलकर बाहर आ गया.

हेमंत सोरेन के आवास पर कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के साथ दिन भर बैठक चलती रही. देर शाम हेमंत सोरेन ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन सभी 81 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेगा.

उन्होंने कहा, “पिछली बार हम, कांग्रेस और आरजेडी साथ लड़े थे. इस बार लेफ्ट पार्टी भी गठबंधन का हिस्सा हैं. तय किया है कि 70 सीटों पर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) चुनाव लड़ेंगे. बची हुई 11 सीटों पर अन्य सहयोगी (आरजेडी और वाम दल) लड़ेंगे. कौन कहां से लड़ेगा, उसका फ़ैसला बाद में होगा.”

फिलहाल अनुमान ये लगाया जा रहा है कि जेएमएम 41 और कांग्रेस 29 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है. बाक़ी बची 11 सीटों में 7 आरजेडी और 4 वाम दलों को ऑफर किया गया है.

जब हेमंत ये बात पत्रकारों के साथ साझा कर रहे थे, उनके बगल में कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर के अलावा कांग्रेस और जेएमएम के अन्य नेता तो मौजूद थे, लेकिन रांची में मौजूद होने के बावजूद तेजस्वी यादव या आरजेडी और लेफ्ट का कोई नेता नहीं था.

इसी दिन राहुल गांधी भी संविधान सम्मान सम्मेलन में हिस्सा लेने रांची पहुंचे थे. रांची के जिस होटल में हेमंत सोरेन राहुल गांधी से मिलने गए, वहीं तेजस्वी भी ठहरे थे. लेकिन वह राहुल गांधी से नहीं मिले.

 

हेमंत की घोषणा के बाद आरजेडी ने बगावती सुर अपना लिए.

पार्टी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने रांची में प्रेस कांन्फ्रेंस करते हुए कहा, “जब सभी दल के नेता रांची में ही मौजूद हैं तो हम इस बात से दुखी हैं कि गठबंधन की बनावट की प्रक्रिया में हमें शामिल नहीं किया गया.”

उन्होंने आगे कहा, “सारे फ़ैसले ‘मैगी टू मिनट नूडल्स’ नहीं होते हैं. हमारे पास तमाम विकल्प खुले हैं.”

जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा अलायंस में सबकुछ ठीक है. जहां तक बात आरजेडी की है तो 18 से 19 अक्टूबर के बीच तेजस्वी यादव के साथ तीन बार बैठक हुई है. उन्हें सात सीट ऑफ़र किया गया है.”
वहीं माले विधायक विनोद सिंह कहते हैं, “क्यों दूर रखा गया इसका जवाब तो जेएमएम और कांग्रेस ही दे सकती है.”

उन्होंने कहा, “वैसे तो हमने एक दर्जन सीटों की लिस्ट दी है, लेकिन छह सीट निरसा, सिंदरी, बगोदर, राजधनवार, जमुआ और पांकी की मांग कर रहे हैं. ये वो सीट हैं, जहां हम या तो जीतते रहे हैं या फिर दूसरे नंबर पर रहे हैं. इन सीटों पर जेएमएम या कांग्रेस को कभी जीत हासिल भी नहीं हुई है.”

उनका कहना है, “हरियाणा से सबक लेते हुए बड़ी पार्टियों को बड़ा दिल दिखाना चाहिए. अगर दायरा बढ़ाना है तो उन्हें अपनी सीटें कम करनी चाहिए.”

झारखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष बंधु तिर्की मानते हैं कि इंडिया गठबंधन में फिलहाल सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है.

वो कहते हैं, “अगर तेजी से डैमेज कंट्रोल नहीं किया गया तो जनता के बीच इसका ग़लत मैसेज जाएगा. हालांकि अभी बहुत देर नहीं हुई है. हम आपस में बातचीत कर रहे हैं. हरियाणा जैसी स्थिति यहां नहीं होने देंगे.”

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button