
भारत के बॉक्स ऑफिस पर इस वक्त अगर किसी फिल्म का दबदबा कायम है, तो वह है ऋषभ शेट्टी की फिल्म ‘कांतारा: चैप्टर 1’ (Kantara: Chapter 1)। फिल्म ने अपने दमदार कंटेंट और दर्शकों के ज़बरदस्त रिस्पॉन्स के दम पर न केवल साउथ इंडिया बल्कि पूरे देश में एक नई लहर पैदा कर दी है। ताज़ा ट्रेड रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह फिल्म अब 500 करोड़ क्लब में शामिल होने के बेहद करीब है।
वहीं दूसरी ओर, उसी दिन रिलीज़ हुई वरुण धवन और जाह्नवी कपूर की रोमांटिक कॉमेडी ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ (Sunny Sanskari Ki Tulsi Kumari) बॉक्स ऑफिस पर लगातार पिछड़ती दिख रही है।
Kantara Chapter 1 Box Office: कांतारा की धुआंधार कमाई, ‘सनी संस्कारी’ पीछे छूटी
ट्रेड एनालिटिक्स प्लेटफ़ॉर्म Sacnilk के अनुसार, ‘कांतारा: चैप्टर 1’ ने रिलीज़ के बाद से अब तक 290.25 करोड़ रुपये नेट की कमाई सिर्फ भारत में कर ली है। वहीं इसका वर्ल्डवाइड कलेक्शन बढ़कर ₹414 करोड़ तक पहुंच गया है।
इसके मुकाबले, ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ ने घरेलू बॉक्स ऑफिस पर अब तक ₹36.50 करोड़ की कमाई की है। यानी ऋषभ शेट्टी की यह फिल्म वरुण धवन की फिल्म से करीब आठ गुना ज्यादा कमाई कर चुकी है।
फिल्म ने मंगलवार को भी शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत में ₹33.75 करोड़ की एक दिन की कमाई दर्ज की। वहीं, उसी दिन ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ मात्र ₹3.25 करोड़ ही जुटा सकी।
‘कांतारा: चैप्टर 1’ — एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गाथा
‘कांतारा: चैप्टर 1’ केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक अनुभव बन चुकी है। इस फिल्म की कहानी कर्नाटक की पृष्ठभूमि पर आधारित है, जहाँ ऋषभ शेट्टी ने एक जनजातीय योद्धा बर्मे (Berme) का किरदार निभाया है — जो अपने समुदाय और राज्य के प्रजाजनों को अत्याचारी शासकों से बचाने के लिए संघर्ष करता है।
यह फिल्म 2022 में आई ‘कांतारा’ की प्रीक्वल (Prequel) है, जिसने अपने दमदार नैरेटिव और फोकलोर-आधारित कहानी से नेशनल अवॉर्ड तक जीते थे। नया अध्याय उस रहस्यमयी लोककथा की जड़ें खोजता है, जिसने पहली फिल्म को विश्वभर में पहचान दिलाई थी।
ऋषभ शेट्टी की दमदार वापसी
‘कांतारा: चैप्टर 1’ के निर्देशक और लेखक खुद ऋषभ शेट्टी हैं। उन्होंने एक बार फिर साबित किया कि सिनेमा में कहानी, संस्कृति और आध्यात्मिकता का संगम भी बॉक्स ऑफिस पर चमत्कार कर सकता है।
उन्होंने फिल्म में सिर्फ अभिनय ही नहीं किया, बल्कि अपनी विज़न से पूरी कहानी को एक लोक-गाथा के रूप में गढ़ा है। फिल्म के कई दृश्यों में कर्नाटक की पारंपरिक भूत-आराधना, नृत्य-कलाओं और प्राचीन देवी-देवताओं की लोककथाओं को बड़े पर्दे पर जीवंत किया गया है।
हम्बले फिल्म्स की एक और ब्लॉकबस्टर
‘कांतारा: चैप्टर 1’ को Hombale Films ने प्रोड्यूस किया है — वही बैनर जिसने ‘KGF’ और ‘सालार’ जैसी सुपरहिट फिल्में दीं।
फिल्म में रुक्मिणी वसंथ, गुलशन देवैया और जिषु सेनगुप्ता जैसे कलाकारों ने भी अहम भूमिकाएँ निभाई हैं। इन सभी के शानदार प्रदर्शन ने कहानी को और मज़बूती दी है।
कंपनी के प्रोडक्शन हाउस ने पहले ही पुष्टि की है कि ‘कांतारा: चैप्टर 2’ पर काम शुरू हो चुका है। यानी यह सिनेमाई ब्रह्मांड अब और बड़ा होने वाला है।
दूसरी ओर, वरुण-जाह्नवी की फिल्म की स्थिति कमजोर
इसके विपरीत, ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ का हाल काफी फीका रहा है। यह एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है जिसमें दो जोड़ों — सनी (वरुण धवन) और तुलसी (जाह्नवी कपूर) तथा अनन्या (सान्या मल्होत्रा) और विक्रम (रोहित सराफ) — की कहानी दिखाई गई है।
फिल्म का निर्देशन किया है शशांक खेतान ने और इसे धर्मा प्रोडक्शंस के बैनर तले बनाया गया है। फिल्म में मनीष पॉल, अभिनव शर्मा और अक्षय ओबेरॉय जैसे कलाकार भी नज़र आते हैं।
हालांकि फिल्म में मनोरंजन और भावनाओं का तड़का है, लेकिन दर्शकों ने इसे उतना पसंद नहीं किया, जितना उम्मीद थी। सोशल मीडिया पर भी इसकी चर्चा अब फीकी पड़ चुकी है।
प्राजक्ता कोली का कैमियो और युवा अपील
फिल्म में प्राजक्ता कोली का छोटा लेकिन ध्यान खींचने वाला कैमियो भी है, जो रोहित सराफ के साथ सीरीज़ ‘Mismatched’ में काम कर चुकी हैं। बावजूद इसके, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपने पैर जमाने में नाकाम रही।
ट्रेड एक्सपर्ट्स का कहना है कि रोमांटिक कॉमेडी के दर्शक अब सिनेमाघरों से ज़्यादा ओटीटी प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट हो चुके हैं, जबकि ‘कांतारा’ जैसी फिल्में थिएट्रिकल अनुभव के लिए बनी हैं। यही वजह है कि दर्शक भारी संख्या में थिएटर पहुंच रहे हैं।
500 करोड़ क्लब की राह पर ‘कांतारा’
अब ‘कांतारा: चैप्टर 1’ अपनी कमाई को 500 करोड़ के आंकड़े के पास पहुंचा रही है। अगर इसी रफ्तार से फिल्म आगे बढ़ती रही, तो आने वाले कुछ दिनों में यह आंकड़ा आसानी से पार हो जाएगा।
ट्रेड रिपोर्ट्स के मुताबिक, साउथ स्टेट्स के साथ-साथ नॉर्थ इंडिया और हिंदी बेल्ट में भी फिल्म की जबरदस्त पकड़ बनी हुई है। वर्ड-ऑफ-माउथ प्रमोशन और सोशल मीडिया पर चर्चाओं ने इसकी कमाई को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया है।
फिल्म के साउंडट्रैक, विज़ुअल्स और एक्टिंग को लेकर हर जगह तारीफ हो रही है। इसके साथ ही कई लोग इसे भारतीय लोककथाओं पर बनी अब तक की “सबसे सुंदर और आध्यात्मिक फिल्म” कह रहे हैं।
आने वाले हफ्तों में क्या उम्मीद?
फिल्म एक्सपर्ट्स का मानना है कि ‘कांतारा: चैप्टर 1’ की कमाई आने वाले सप्ताह में भी बनी रहेगी, खासकर दशहरा और दीवाली सीज़न के दौरान। वहीं ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ अब सिर्फ मल्टीप्लेक्स दर्शकों तक सीमित हो चुकी है।
अगर रफ्तार यही बनी रही, तो ऋषभ शेट्टी की यह फिल्म 2025 की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर बन सकती है — यहाँ तक कि कई बॉलीवुड फिल्मों को पीछे छोड़ सकती है।
निष्कर्ष
‘कांतारा: चैप्टर 1’ ने यह साबित कर दिया है कि जब कहानी, संस्कृति और अभिनय सच्चे दिल से किया जाए, तो बजट या स्टार पावर से ज़्यादा कंटेंट की ताकत बोलती है।
ऋषभ शेट्टी ने एक बार फिर भारतीय सिनेमा को यह याद दिलाया है कि स्थानीय कहानियाँ भी वैश्विक स्तर पर गूंज सकती हैं।
वहीं ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ जैसी फिल्में हमें यह सिखाती हैं कि सिर्फ ग्लैमर या बड़े बैनर अब दर्शकों को आकर्षित नहीं कर सकते। उन्हें असली कहानी चाहिए — और ‘कांतारा’ ने वही दिया है।



