
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन दशकों से अपने अभिनय, मेहनत और प्रोफेशनलिज़्म के लिए जाने जाते हैं। पर्दे पर जो सीन चंद सेकंड में खत्म हो जाता है, उसके पीछे अक्सर कलाकारों की कई दिन और कभी-कभी कई महीनों की मेहनत छिपी होती है। ऐसा ही कुछ हुआ था फिल्म ‘डॉन’ के सुपरहिट गाने ‘खाइके पान बनारस वाला’ की शूटिंग के दौरान, जिसका दर्दनाक सच अब खुद अमिताभ बच्चन ने सबके सामने रखा है।
हाल ही में Kaun Banega Crorepati Season 17 के एक एपिसोड में बिग बी ने इस गाने से जुड़ा ऐसा अनुभव साझा किया, जिसे सुनकर दर्शक भी हैरान रह गए। उन्होंने बताया कि इस एक गाने की शूटिंग उनके लिए कितनी मुश्किल और शारीरिक रूप से तकलीफदेह रही थी।
चार दिन में शूट हुआ था गाना, 40 से ज्यादा शॉट्स लगे
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अमिताभ बच्चन ने KBC के मंच पर एक कंटेस्टेंट से बात करते हुए बताया कि ‘खाइके पान बनारस वाला’ गाने की शूटिंग पूरे चार दिन चली थी। इस दौरान इस गाने के लगभग 40 से 50 शॉट्स लिए गए थे और हर एक शॉट के लिए तीन से चार बार रीटेक करना पड़ा था।
उन्होंने मुस्कुराते हुए बताया कि बार-बार एक ही सीन दोहराना और हर बार उसी अंदाज में परफॉर्म करना बेहद थकाने वाला था। लेकिन उस समय सबसे बड़ी परेशानी एक्टिंग नहीं, बल्कि कुछ और ही था — और वह था लगातार पान चबाना।
बार-बार पान खाने से हालत हो गई थी खराब
अमिताभ बच्चन ने बताया कि हर रीटेक से पहले उन्हें असली पान चबाना पड़ता था, जिसमें कथा और चूना भी होता था। बार-बार पान चबाने की वजह से उनके मुंह की हालत बिगड़ने लगी थी। उन्होंने कहा कि इतनी बार पान चबाने से मुंह के अंदर जलन, छाले और जलने जैसी समस्या हो गई थी।
उन्होंने हंसी के साथ बताया कि उनका मुंह अंदर से पूरी तरह जल चुका था और चबाने में असहनीय दर्द होने लगा था, लेकिन शूटिंग रुक नहीं सकती थी।
निर्देशक चाहते थे हर शॉट में होंठ लाल दिखें
बिग बी ने यह भी बताया कि परेशानी यहीं खत्म नहीं हुई। निर्देशक की तरफ से एक और खास निर्देश था। दरअसल, हर शॉट में उनके होंठ एक जैसे लाल दिखने चाहिए थे ताकि सीन की कंटीन्यूटी बनी रहे।
निर्देशक उनसे कहते थे कि पिछले शॉट में जिस तरह उनके होंठ लाल दिख रहे थे, अगले शॉट में भी वही लुक होना चाहिए। इसके लिए अमिताभ बच्चन को बार-बार और ज्यादा पान खाना पड़ता था, ताकि होंठ उसी रंग में बने रहें।
उन्होंने बताया कि इसी वजह से उन्हें लगातार पान चबाना पड़ा और यही उनकी सबसे बड़ी तकलीफ बन गई।
एक महीने तक नहीं भर पाया था जख्म
अमिताभ बच्चन ने खुलासा किया कि इस गाने की शूटिंग खत्म होने के बाद भी उन्हें काफी समय तक दर्द झेलना पड़ा। उन्होंने बताया कि उनके मुंह के अंदर जले हुए हिस्से ठीक होने में करीब एक महीना लग गया था।
चूने की वजह से मुंह अंदर से बुरी तरह जल गया था और उन्हें लंबे समय तक तकलीफ होती रही। उन्होंने कहा कि उस दौरान खाना खाना, बोलना और सामान्य गतिविधियां करना भी मुश्किल हो गया था।
दर्द के बावजूद चेहरे पर मुस्कान और दिल में खुशी
इतना दर्द और परेशानी झेलने के बावजूद अमिताभ बच्चन ने उस अनुभव को नकारात्मक नजरिए से नहीं देखा। उन्होंने KBC में कहा कि इतना सब कुछ झेलने के बाद भी उन्हें उस गाने को करने में बहुत मजा आया।
उन्होंने बताया कि एक कलाकार के लिए सबसे बड़ी खुशी वही होती है, जब उसका काम लोगों के दिलों में बस जाए। ‘खाइके पान बनारस वाला’ आज भी लोगों की जुबान पर है और हर शादी-ब्याह, पार्टी और मंच पर बजता है। यही उनके लिए सबसे बड़ा इनाम है।
‘डॉन’ और खाइके पान बनारस वाला की ऐतिहासिक सफलता
फिल्म ‘डॉन’ साल 1978 में रिलीज हुई थी और इसने अमिताभ बच्चन को एक नए अंदाज में दर्शकों के सामने पेश किया। इस फिल्म का डायलॉग “डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है” आज भी उतना ही मशहूर है।
लेकिन इस फिल्म के गानों में सबसे ज्यादा लोकप्रिय हुआ ‘खाइके पान बनारस वाला’। इस गाने ने अमिताभ बच्चन की एक अलग छवि बना दी थी — मस्ती, स्टाइल और देसी स्वैग से भरपूर।
आज भी यह गाना हर पीढ़ी को उतना ही पसंद आता है, जितना उस दौर में आता था।
KBC बना अमिताभ की जिंदगी के किस्सों का मंच
Kaun Banega Crorepati सिर्फ एक क्विज शो नहीं, बल्कि अमिताभ बच्चन के जीवन के अनसुने किस्सों का मंच भी बन चुका है। हर सीजन में वे अपने संघर्ष, फिल्मों के अनुभव और निजी जिंदगी से जुड़े कई राज दर्शकों के साथ साझा करते हैं।
इस बार भी ‘खाइके पान बनारस वाला’ के पीछे छिपे दर्द की कहानी सुनकर दर्शक भावुक भी हुए और हैरान भी।
दर्शकों की प्रतिक्रिया: बिग बी के जज्बे को सलाम
इस खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर लोग अमिताभ बच्चन की जमकर तारीफ कर रहे हैं। फैंस कह रहे हैं कि आज के दौर में जहां कई कलाकार छोटी सी असुविधा पर शूटिंग रोक देते हैं, वहीं बिग बी ने उस दौर में महीनों की तकलीफ झेलकर भी अपने काम से समझौता नहीं किया।
लोगों का कहना है कि यही वजह है कि अमिताभ बच्चन सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक संस्था हैं।
निष्कर्ष
‘खाइके पान बनारस वाला’ जैसा सुपरहिट गाना जितना एनर्जी और मस्ती से भरा हुआ दिखता है, उसके पीछे उतनी ही मेहनत, दर्द और समर्पण छिपा है। अमिताभ बच्चन ने जिस तरह इस गाने के लिए शारीरिक तकलीफ को भी मुस्कुराते हुए सहा, वह आज के कलाकारों के लिए भी एक बड़ी सीख है।
आज भी जब यह गाना बजता है, लोग झूम उठते हैं, लेकिन अब यह जानकर कि इसके पीछे बिग बी ने कितना दर्द सहा, इस गाने के लिए सम्मान और भी बढ़ जाता है।


