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SEBI की क्लीन चिट के बाद Adani Group shares में धमाकेदार उछाल | निवेशकों का भरोसा लौटा

भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार, 19 सितंबर 2025 की सुबह Adani Group shares में जबरदस्त तेजी दिखाई। निवेशकों की निगाहें पूरे दिन इस समूह की कंपनियों पर टिकी रहीं। दरअसल, इसकी बड़ी वजह थी पूंजी बाजार नियामक SEBI का अहम फैसला, जिसने एक दिन पहले यानी गुरुवार को गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को शेयर हेरफेर और अंदरूनी सौदों (Insider Trading) से जुड़े सभी आरोपों से पूरी तरह मुक्त कर दिया।

हिन्डनबर्ग रिसर्च के आरोपों का अंत

SEBI ने अपने विस्तृत आदेश में साफ कहा कि जांच में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला जिससे यह साबित हो सके कि Adani Group ने फर्जी कंपनियों या किसी ग़लत माध्यम का उपयोग कर शेयर बाजार को प्रभावित किया हो। गौरतलब है कि जनवरी 2023 में अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिन्डनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप पर गंभीर आरोप लगाए थे। उस रिपोर्ट के बाद ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई और कुछ ही समय में अडानी का मार्केट कैप करीब 150 अरब डॉलर तक घट गया।

लेकिन करीब दो साल चली गहन जांच के बाद SEBI ने स्पष्ट कर दिया कि न तो शेयरहोल्डिंग पैटर्न के नियम तोड़े गए और न ही किसी तरह का बाजार हेरफेर हुआ। इस निष्कर्ष से गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को बड़ी राहत मिली है।

शेयर बाजार में Adani Group Shares की जोरदार वापसी

SEBI की क्लीन चिट का असर तुरंत ही शेयरों में दिखाई दिया।

  • अडानी पावर के शेयर NSE पर 8.8% उछलकर ₹686.95 पर पहुंच गए।

  • अडानी एंटरप्राइजेज 5.18% की बढ़त के साथ ₹2,526.60 तक पहुंच गया।

  • अडानी टोटल गैस ने सबसे तेज रफ्तार पकड़ी और 13.3% बढ़कर ₹687.75 पर पहुंच गया।

  • अडानी ग्रीन एनर्जी करीब 3.64% की तेजी के साथ ₹1,014.55 तक चढ़ा।

  • वहीं अडानी पोर्ट्स एंड SEZ में 2% से अधिक की मजबूती देखी गई और यह ₹1,442.50 पर पहुंचा।

  • ग्रुप की अन्य कंपनियां जैसे ACC लिमिटेड और अंबुजा सीमेंट्स ने भी हल्की तेजी दर्ज की।

यह साफ संकेत है कि निवेशकों का भरोसा Adani Group में एक बार फिर लौट रहा है।

विशेषज्ञों की राय

SEBI की जांच रिपोर्ट आने के बाद घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज हाउस भी Adani Group को लेकर आशावादी नजर आ रहे हैं।

मॉर्गन स्टेनली ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अडानी पावर भारत के कॉर्पोरेट इतिहास में सबसे बड़ी “टर्नअराउंड स्टोरी” में से एक है। उनका मानना है कि कंपनी आने वाले समय में अपने प्रोजेक्ट्स समय पर पूरे करेगी और नए पावर परचेज एग्रीमेंट्स (PPA) मिलने से मुनाफे की संभावना और बढ़ेगी।

वहीं, जेफरीज ने अडानी ग्रीन एनर्जी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कंपनी का मैनेजमेंट निवेशकों को भरोसा दिला रहा है कि 2030 तक क्षमता मौजूदा 14 GW से बढ़ाकर 50 GW तक पहुंचाई जाएगी। FY26 में 5 GW क्षमता जोड़ने का लक्ष्य भी रखा गया है। विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह लक्ष्य पूरा होता है तो कंपनी की आमदनी और लाभ दोनों में भारी बढ़ोतरी होगी।

एनालिस्ट्स का यह भी कहना है कि जनवरी 2023 की गिरावट के मुकाबले अभी कंपनी का वैल्यूएशन लगभग 63% डिस्काउंट पर है, जो निवेशकों के लिए बड़ा अवसर हो सकता है।

भविष्य की योजनाओं का खाका

SEBI की राहत मिलने के बाद अडानी ग्रुप ने अपनी आने वाली योजनाओं की झलक भी पेश की है।

कंपनी ने बताया कि FY32 तक करीब 60 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा, जिसमें सबसे अधिक हिस्सा नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) पर खर्च होगा।

  • अडानी पावर FY30 तक लगभग 21 अरब डॉलर निवेश करके अपनी क्षमता 14.2 GW से बढ़ाकर 50 GW तक ले जाने की योजना बना रही है।

  • वहीं अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (AESL) करीब 17 अरब डॉलर खर्च करेगी ताकि भारत की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को मजबूत बनाया जा सके। कंपनी का लक्ष्य FY30 तक 30,000 किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइनों का नेटवर्क तैयार करना है।

इससे साफ है कि अडानी ग्रुप न सिर्फ पुराने विवादों से बाहर निकल चुका है बल्कि भविष्य की दिशा में बड़े और ठोस कदम उठा रहा है।

गौतम अडानी की प्रतिक्रिया

SEBI के इस फैसले पर अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जिन्होंने हिन्डनबर्ग रिसर्च की “भ्रामक और प्रेरित” रिपोर्ट का सहारा लेकर गलत कहानियां गढ़ीं, उन्हें अब माफी मांगनी चाहिए।

निष्कर्ष

SEBI की क्लीन चिट ने अडानी ग्रुप को बड़ी राहत दी है। इससे जहां कंपनी की कानूनी परेशानियां खत्म हो गईं, वहीं निवेशकों के बीच उसकी साख भी दोबारा बहाल हो रही है। बाजार में ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में जोरदार तेजी इसका साफ संकेत है।

ग्लोबल विश्लेषकों का भी मानना है कि आने वाले वर्षों में अडानी ग्रुप भारत के ऊर्जा क्षेत्र और कॉर्पोरेट जगत में एक मजबूत और विश्वसनीय नाम बनकर उभरेगा। निवेशकों के लिए यह खबर किसी खुशखबरी से कम नहीं है।

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