
बीजिंग के तियानआनमेन स्क्वायर में बुधवार (3 सितंबर 2025) को आयोजित होने वाली चीन की भव्य सैन्य परेड में दुनिया भर के कई शीर्ष नेता शिरकत करेंगे। यह परेड द्वितीय विश्व युद्ध और जापान के खिलाफ “युद्ध में विजय” की 80वीं वर्षगांठ को समर्पित है।
चीन की राज्य परिषद के अनुसार, एशिया, अफ्रीका, यूरोप और लैटिन अमेरिका के कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रधानमंत्री इस परेड में आमंत्रित किए गए हैं। इस मौके पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) अपनी नवीनतम हथियारों और सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन करेगी।
इस परेड में शामिल होने वालों में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग प्रमुख आकर्षण रहेंगे। इसके अलावा मध्य एशिया, अफ्रीका और मध्य पूर्व के कई देशों के शीर्ष नेता भी मौजूद रहेंगे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की मौजूदगी दोनों देशों के गहरे होते संबंधों को दर्शाती है। हाल ही में पाकिस्तान और चीन के बीच व्यापार, सुरक्षा और इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर कई उच्च-स्तरीय बैठकें हुई थीं। अगस्त में रॉयटर्स की रिपोर्ट में बताया गया था कि दोनों देशों ने कृषि और खनन क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर बातचीत की है, जिसे चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के अगले चरण के लिए अहम माना जा रहा है।
दुनिया भर में करोड़ों लोग इस ऐतिहासिक परेड को लाइव देखेंगे, जिसे चीन अपने बढ़ते रक्षा सामर्थ्य और युद्धकालीन विरासत के प्रतीक के तौर पर पेश करना चाहता है।