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Dixon Share Price: Kaynes Technology शेयर में बड़ी गिरावट, ब्रोकरेज ने घटाया टारगेट

Kaynes Technology में भारी बिकवाली, EMS सेक्टर के शेयरों पर भी दिखा असर

Dixon Share Price: बुधवार को शेयर बाजार में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विस (EMS) सेक्टर के स्टॉक्स में भारी दबाव देखने को मिला। इस गिरावट की अगुवाई Kaynes Technology India के शेयर ने की, जो एक ही दिन में 10 प्रतिशत से अधिक टूट गया। इसके साथ ही Dixon Technologies, Amber Enterprises और PG Electroplast जैसे प्रमुख EMS शेयरों में भी तेज गिरावट दर्ज की गई।

Kaynes Technology के शेयर NSE पर 10.51 फीसदी लुढ़ककर 3,876 रुपये पर बंद हुए। लगातार बिकवाली के दबाव और ब्रोकरेज फर्मों द्वारा टारगेट प्राइस घटाए जाने के बाद निवेशकों में भारी निराशा देखने को मिली।


क्यों टूटा Kaynes Technology का शेयर?

Kaynes Tech में गिरावट की मुख्य वजह बनी है ब्रोकरेज रिपोर्ट्स में सामने आई चिंताएं, खासतौर पर कंपनी के related-party transactions यानी संबंधित पक्षों से जुड़े खुलासों में पाई गई कथित गड़बड़ियां। प्रमुख ब्रोकरेज फर्म Kotak Institutional Equities ने इन खुलासों में असंगतियों की ओर इशारा किया, जिसके बाद शेयर पर बिकवाली और तेज हो गई।

कोटक ने Kaynes Technology पर अपनी ‘Reduce’ रेटिंग बनाए रखते हुए टारगेट प्राइस को 6,180 रुपये से घटाकर सिर्फ 4,150 रुपये कर दिया। इसका मतलब है कि ब्रोकरेज को अभी भी इस शेयर में और गिरावट की आशंका है।

इस रिपोर्ट के बाद ही बाजार में तेज बिकवाली देखने को मिली और शेयर दिन के निचले स्तर तक टूट गया।


पिछले एक महीने में 40% तक टूटा Kaynes Tech

Kaynes Technology के लिए बीता एक महीना निवेशकों के लिए काफी दर्दनाक रहा है। पिछले एक महीने में शेयर करीब 40 फीसदी टूट चुका है, जबकि 2025 की शुरुआत से अब तक इसमें लगभग 49 फीसदी की गिरावट आ चुकी है

यानी जिन निवेशकों ने इस साल की शुरुआत में इस स्टॉक में निवेश किया था, उन्हें लगभग आधा पैसा गंवाना पड़ा है। यही वजह है कि बाजार में इसे लेकर डर का माहौल बना हुआ है।


कुछ ब्रोकरेज अब भी बुलिश, 30% तक उछाल की संभावना

जहां एक तरफ कोटक जैसी ब्रोकरेज ने स्टॉक पर नकारात्मक रुख अपनाया है, वहीं दूसरी ओर Prabhudas Lilladher जैसी ब्रोकरेज अब भी इस शेयर पर भरोसा दिखा रही है

Prabhudas Lilladher ने Kaynes Technology पर अपनी ‘Buy’ रेटिंग को बरकरार रखा है और इसका टारगेट प्राइस 5,624 रुपये तय किया है। मौजूदा कीमत के मुकाबले यह करीब 30 फीसदी तक के संभावित अपसाइड की ओर इशारा करता है।

इससे साफ है कि बाजार में इस शेयर को लेकर मतभेद बने हुए हैं। कुछ एक्सपर्ट इसे जोखिम भरा मान रहे हैं, तो कुछ इसे गिरावट में खरीदने का मौका बता रहे हैं।


Kaynes की कमजोरी का असर पूरे EMS सेक्टर पर पड़ा

Kaynes Technology में आई तेज गिरावट का असर सिर्फ एक स्टॉक तक सीमित नहीं रहा। इसका असर पूरे EMS सेक्टर पर देखने को मिला।

देश की सबसे बड़ी EMS कंपनी Dixon Technologies के शेयर बुधवार को 8.52 फीसदी टूटकर 12,366 रुपये पर बंद हुए। यह इस साल जनवरी के बाद Dixon का सबसे बड़ा एकदिनी नुकसान माना जा रहा है।

वहीं Amber Enterprises के शेयर में भी कमजोरी दिखी और यह करीब 1 फीसदी गिरकर 6,610 रुपये पर बंद हुआ।

इसके अलावा PG Electroplast के शेयर भी दबाव में रहे। यह स्टॉक पहले से ही उतार-चढ़ाव का सामना कर रहा था और बुधवार को इसमें 3.14 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई, जिससे यह 539 रुपये पर बंद हुआ।


PG Electroplast पर क्यों बना दबाव?

PG Electroplast के शेयर पहले से ही दबाव में थे क्योंकि कंपनी ने हाल ही में अपने Q1 नतीजों के बाद गाइडेंस घटा दी थी। इसका असर निवेशकों के भरोसे पर पड़ा और शेयर में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।

बुधवार को EMS सेक्टर में आए दबाव ने PG Electroplast की कमजोरी को और बढ़ा दिया।


निवेशकों के लिए क्या संकेत हैं?

EMS सेक्टर को भारत में आने वाले वर्षों में एक बड़ा ग्रोथ सेक्टर माना जा रहा है। सरकार की ‘Make in India’, PLI स्कीम और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने वाली नीतियों की वजह से इस सेक्टर में लंबी अवधि में अच्छी संभावनाएं हैं।

लेकिन Kaynes Technology जैसी घटनाएं यह भी दिखाती हैं कि कॉरपोरेट गवर्नेंस, डिस्क्लोजर ट्रांसपेरेंसी और फाइनेंशियल क्लैरिटी निवेशकों के लिए कितनी जरूरी हो गई है।

अगर किसी कंपनी के खुलासों को लेकर सवाल उठते हैं, तो उसका असर सीधे शेयर की कीमत पर पड़ता है, चाहे उसका बिजनेस मॉडल कितना ही मजबूत क्यों न हो।


क्या यह गिरावट खरीदारी का मौका है या खतरे की घंटी?

यह सबसे बड़ा सवाल है जो इस समय निवेशकों के मन में है। कुछ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि Kaynes Technology जैसी कंपनियों में गिरावट लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए मौका हो सकती है, बशर्ते कंपनी भविष्य में अपने गवर्नेंस सिस्टम को मजबूत करे और प्रदर्शन बेहतर दिखाए।

वहीं दूसरी ओर कुछ जानकारों का मानना है कि जब तक related-party transactions और ब्रोकरेज की चिंताओं पर पूरी तरह से स्पष्टता नहीं आती, तब तक इस स्टॉक में निवेश करना जोखिम से भरा हो सकता है।


EMS सेक्टर में सावधानी बेहद जरूरी

Kaynes Technology की तेज गिरावट ने यह साफ कर दिया है कि शेयर बाजार में सिर्फ ग्रोथ की कहानी काफी नहीं होती, बल्कि पारदर्शिता और भरोसे की भी उतनी ही बड़ी भूमिका होती है।

EMS सेक्टर लंबी अवधि में जरूर मजबूत नजर आता है, लेकिन फिलहाल निवेशकों को इसमें कदम रखने से पहले पूरी रिसर्च, ब्रोकरेज रिपोर्ट और कंपनी के फंडामेंटल्स को ध्यान से देखने की जरूरत है

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