
Durgapur Medical Student Gangrape: कॉलेज के बाहर स्नैक्स लेने गई थी, दोस्तों के सामने हुआ दर्दनाक वारदात
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर से एक बेहद दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। एक निजी मेडिकल कॉलेज की दूसरे वर्ष की छात्रा (Second-Year Medical Student) के साथ शुक्रवार रात सामूहिक दुष्कर्म (Gangrape) किया गया। घटना उस समय हुई जब छात्रा अपने दोस्त के साथ कॉलेज के बाहर शाम का नाश्ता करने निकली थी।
फुचका खाने निकली छात्रा बनी दरिंदगी का शिकार
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह घटना शुक्रवार रात लगभग 8:30 बजे की है। पीड़िता और उसका एक पुरुष मित्र कॉलेज कैंपस से बाहर फुचका (गोलगप्पे) खाने गए थे। तभी कुछ स्थानीय युवक उनका पीछा करने लगे और अभद्र टिप्पणियाँ करने लगे।
जब पीड़िता के दोस्त ने विरोध किया, तो उन युवकों ने उसे डराकर भगा दिया और छात्रा को जबरन पास के जंगलनुमा इलाके में घसीट ले गए, जहाँ उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया।
दुष्कर्मियों ने घटना के बाद छात्रा का मोबाइल फोन छीनकर फेंक दिया और मौके से फरार हो गए।
दोस्त ने लाकर बचाई जान, छात्रा गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
छात्रा का मित्र तुरंत हॉस्टल लौटा और कुछ अन्य छात्रों को लेकर घटनास्थल पर पहुंचा। वहां उन्होंने पीड़िता को बेहोश और गंभीर रूप से घायल हालत में जमीन पर पड़ा पाया। तुरंत उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
डॉक्टरों के अनुसार, छात्रा के शरीर पर कई जगह चोट के निशान हैं, और उसे मेडिकल ऑब्जर्वेशन में रखा गया है।
पुलिस जांच में जुटी, आरोपी अब तक फरार
कॉलेज प्रशासन ने तुरंत दुर्गापुर न्यू टाउनशिप पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, रिपोर्ट लिखे जाने तक किसी भी आरोपी की पहचान या गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
पुलिस का कहना है कि आस-पास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं, और सभी संदिग्ध युवकों की तलाश में टीमें तैनात कर दी गई हैं।
पीड़िता के माता-पिता पहुँचे दुर्गापुर, बोले – “हमारी बेटी यहां सुरक्षित नहीं”
पीड़िता के माता-पिता जो बंगाल से बाहर के रहने वाले हैं, घटना की सूचना मिलते ही शनिवार सुबह दुर्गापुर पहुंच गए। पीड़िता के पिता ने कहा,
“मेरी बेटी मेडिकल की पढ़ाई के लिए यहां आई थी, लेकिन अब वह सुरक्षित नहीं है। जैसे ही वह ठीक होगी, हम उसे वापस घर ले जाएंगे।”
उनका आक्रोश और दुःख साफ झलक रहा था। उन्होंने पुलिस से आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की।
राज्य में महिलाओं पर हमलों की बढ़ती घटनाएं
यह घटना बंगाल में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों की एक और भयावह मिसाल है। पिछले एक साल में राज्य में छात्राओं और कामकाजी महिलाओं पर हमले बढ़ते जा रहे हैं।
पिछले साल अगस्त 2024 में कोलकाता के प्रसिद्ध आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज (RG Kar Medical College) में भी एक पोस्ट-ग्रेजुएट डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या का मामला सामने आया था। वह घटना आज भी राज्य की जनता की स्मृतियों में ताज़ा है।
इसी साल जून 2025 में दक्षिण कोलकाता के एक लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ उसके ही कॉलेज के पूर्व छात्र और दो अन्य साथियों ने गैंगरेप किया था। जांच में पता चला कि मुख्य आरोपी सत्तारूढ़ दल की छात्र इकाई से जुड़ा हुआ था।
कुछ महीने पहले आईआईएम जोका (IIM Joka) के हॉस्टल में भी एक मैनेजमेंट छात्रा के साथ रेप का मामला दर्ज हुआ था। लगातार सामने आ रही ऐसी घटनाएं बंगाल में महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
महिला आयोग ने उठाई चिंता, कहा – “विलंबित न्याय से बढ़ रहा अपराध”
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार (Archana Majumdar) ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
“जांच और न्याय प्रक्रिया में देरी ने अपराधियों का मनोबल बढ़ा दिया है। यही कारण है कि रेप और यौन हमलों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार को ऐसी घटनाओं पर त्वरित न्याय और सख्त सजा सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि अपराधियों को डर महसूस हो।
सोशल मीडिया पर गुस्सा, लोग कर रहे हैं न्याय की मांग
घटना के बाद सोशल मीडिया पर #JusticeForDurgapurStudent ट्रेंड करने लगा। हजारों यूज़र्स ने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की आलोचना की और आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की।
कई डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों ने कहा कि अगर मेडिकल कॉलेज परिसर के आसपास भी छात्राएं सुरक्षित नहीं हैं, तो यह पूरे शिक्षा जगत के लिए शर्म की बात है।
कैंपस सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना के बाद कॉलेज प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। छात्रों ने बताया कि कॉलेज के आसपास की सड़कें रात में कम रोशनी वाली और सुनसान रहती हैं, जिससे ऐसे अपराधों को अंजाम देना आसान हो जाता है।
कई छात्रों ने कहा कि अगर कॉलेज प्रबंधन ने पहले से ही पर्याप्त सुरक्षा और पुलिस गश्त की मांग की होती, तो यह घटना शायद रोकी जा सकती थी।
सरकार और पुलिस पर दबाव बढ़ा
अब जब यह मामला राज्य और राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में है, पुलिस पर तुरंत कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है। प्रशासन ने घटना की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की है, जो इलाके के सभी संदिग्ध युवकों से पूछताछ कर रही है।
राज्य सरकार ने कहा है कि “अपराधी चाहे कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
निष्कर्ष :
दुर्गापुर में मेडिकल छात्रा के साथ हुआ यह निर्मम सामूहिक दुष्कर्म न केवल समाज को झकझोर देने वाला है, बल्कि यह फिर से साबित करता है कि महिला सुरक्षा के लिए कानून सख्त होने के बावजूद जमीनी हकीकत अलग है।
जब तक ऐसे मामलों में तेजी से न्याय नहीं दिया जाएगा और अपराधियों को उदाहरणात्मक सजा नहीं मिलेगी, तब तक महिलाएं अपने ही शहरों में असुरक्षित महसूस करती रहेंगी।



