
Operation Sindoor News: भारत ने पाकिस्तानी F‑16 / JF‑17 विमानों के बारे में क्या कहा — एक अपडेटेड रिपोर्ट
मई 2025 की उस चार दिवसीय लड़ाई — जिसे भारत ने ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया — पर अब भारतीय वायुसेना प्रमुख अमर प्रीत सिंह ने नई जानकारी साझा की है। उन्होंने कहा कि भारत ने उस संघर्ष में F‑16 और JF‑17 श्रेणी के पाँच पाकिस्तानी लड़ाकू विमान नष्ट किए हैं। यह पहली बार है जब भारत ने विमानों की श्रेणी का सार्वजनिक उल्लेख किया है।
लेकिन इससे पहले ही भारत ने अगस्त 2025 में यह दावा किया था कि उसने कुल मिलाकर छह पाकिस्तानी विमान ढहाए — जिनमें पाँच लड़ाकू विमान और एक अन्य बड़ी श्रेणी का विमान (संभवतः निगरानी या सूचना प्रसारण विमान) शामिल था।
नई दावे — “300 किमी की लंबी दूरी की मार”
अंबर प्रीत सिंह ने यह भी कहा कि भारत ने एक ऐसी हवाई रक्षा स्ट्राइक की है जो लगभग 300 किमी की दूरी पर एक बड़े विमान (संभवतः AEW&C या SIGINT विमान) को टारगेट कर गिराया।
उन्होंने यह बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कई पाकिस्तानी हवाई अड्डे, रडार स्टेशन, कमांड और कंट्रोल केंद्र और रनवे निशाना बने। उन्होंने कहा:
“हमने कई एयरफील्डों और इंस्टालेशन को हिट किया है … रडार कम से कम चार जगहों पर, कमांड‑कंट्रोल केंद्र दो जगहों पर, रनवे दो जगहों पर हुए नुकसान, और तीन हैंगार विभिन्न स्टेशनों में क्षतिग्रस्त किए गए।”
उन्होंने यह भी कहा कि संभवतः एक C‑130 श्रेणी के विमान और एक SAM प्रणाली (सतह-से-हवा मिसाइल प्रणाली) भी नष्ट हुई है।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि “हमारे सिस्टम बताते हैं कि पांच हाई‑टेक लड़ाकू विमान (F‑16 / JF‑17 श्रेणी में)” मारे गए।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: खंडन और चुनौतियाँ
पाकिस्तान ने इन दावों का तत्काल खंडन किया है। रक्षा मंत्री ख्वाजा असिफ ने कह दिया कि भारत के दावे “हास्यास्पद” और “राजनीतिक प्रेरित” हैं। उन्होंने कहा कि “एक भी पाकिस्तानी विमान नहीं गिराया गया।”
असिफ ने यह भी सुझाव दिया कि दोनों पक्षों को अपनी विमान सूची सार्वजनिक करनी चाहिए और स्वतंत्र सत्यापन कराया जाना चाहिए।
भारत की हानि: स्वीकार्यता और विचार
भारत ने कुछ हद तक अपनी हानि स्वीकार की है। मुख्य रक्षा अधिकारी अनील चौहान ने कहा कि हवाई लड़ाई में भारतीय विमान भी गिराए गए, लेकिन उन्होंने संख्या नहीं बताई और हानियों की तुलना में गलती, रणनीति और सुधारों पर ज़ोर दिया।
चौहान ने पाकिस्तान के दावे (कि उसने 6 भारतीय विमानों को नष्ट किया) को “पूरी तरह गलत” बताया।
मीडिया और विश्लेषकों से बीच की स्थिति
मीडिया रिपोर्टों और विश्लेषकों ने ये दावे और विरोधी दावे दोनों व्यापक रूप से प्रसारित किए हैं, लेकिन उनमें से कई बिंदुओं पर स्वतंत्र पुष्टि उपलब्ध नहीं है। उदाहरण के लिए:
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Al Jazeera ने बताया कि भारत के अनुसार उसने पाँच पाकिस्तानी लड़ाकू विमान और एक बड़ी सैन्य विमान (संभवत: निगरानी विमान) गिराया।
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India Today ने बताया कि भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के F-16 विमान और दो JF-17 विमान भी गिरे, साथ ही AWACS विमान भी निशाना बना।
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कुछ रिपोर्ट्स ने दावा किया कि एक AWACS (एयरबोर्न वॉर्निंग एवं नियंत्रण विमान) भी निशाने पर था।
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Moneycontrol की रिपोर्ट में कहा गया कि IAF chief ने यह उल्लेख किया कि JF-17 श्रेणी का एक विमान भी मारा गया है।
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लेकिन यह तथ्य कि किस विमान को किस प्रकार गिराया गया (मिसाइल, हवाई युद्ध, जमीन से हमला आदि) स्पष्ट नहीं किया गया।
कई विशेषज्ञों ने यह तर्क दिया है कि युद्ध के दौरान प्रचार, जानकारी युद्ध और सत्यापन की जटिलताएं आम हैं, और सार्वजनिक दावे अक्सर भीतर की सैन्य खुफिया जानकारी पर आधारित होते हैं, जिसे स्वतंत्र रूप से जाँचना मुश्किल होता है।
निष्कर्ष: सत्य की दिशा और चुनौतियाँ
इस अपडेटेड संस्करण से यह स्पष्ट है कि:
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नए दावे — अमर प्रीत सिंह ने पहली बार विमानों की श्रेणी (F‑16 / JF‑17) का उल्लेख किया है और 300 किमी की लंबी दूरी की स्ट्राइक की बात कही है।
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पूर्व दावे — भारत पहले ही कह चुका था कि उसने छह पाकिस्तानी विमान ढहाए थे (पाँच लड़ाकू + एक अन्य).
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पाकिस्तान द्वारा खंडन — पाकिस्तान इन सभी दावों को खारिज करता है और स्वतंत्र सत्यापन की मांग करता है।
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स्वतंत्र पुष्टि नहीं — मीडिया और विश्लेषक इन दावों को रिपोर्ट कर रहे हैं, लेकिन उन सभी बिंदुओं पर वैज्ञानिक या खुला प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
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रणनीतिक महत्व — यदि भारतीय दावे सही हों, तो यह भारत की वायु युद्ध क्षमताओं, हवाई रडार और मिसाइल प्रणालियों की सफलता को दर्शाते हैं।
अभी के समय में यह कहना मुश्किल है कि सभी बिंदु सत्य हैं या नहीं। लेकिन यह स्पष्ट है कि यह संघर्ष भारत–पाकिस्तान रिश्तों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय बनेगा — और भविष्य में उपग्रह ट्रैकिंग, मलबा विश्लेषण और स्वतंत्र रक्षा अनुसंधान जांच से और अधिक सच्चाई सामने आ सकती है।