
पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक बार फिर दुर्गा पूजा के मौके पर गरमाहट बढ़ गई है। शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोलकाता में दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन करते हुए देवी दुर्गा से प्रार्थना की कि 2026 विधानसभा चुनाव के बाद बंगाल में सत्ता परिवर्तन हो और राज्य में एक ऐसा शासन स्थापित हो जो ‘Sonar Bangla’ का सपना पूरा कर सके। शाह ने इस दौरान रवीन्द्रनाथ टैगोर के उस विज़न का ज़िक्र किया जिसमें उन्होंने सुरक्षित, समृद्ध और शांतिपूर्ण बंगाल का सपना देखा था।
शाह ने कहा – “मैंने मां दुर्गा से प्रार्थना की है कि इस चुनाव के बाद ऐसा शासन आए जो सोनार बांग्ला का निर्माण कर सके। हमारा बंगाल एक बार फिर सुरक्षित, सम्पन्न, शांतिपूर्ण और खुशहाल बने। वही बंगाल बने जिसकी कल्पना कवि गुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर ने की थी।” उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के संकल्प से भी जोड़ा और कहा कि बंगाल के विकास के ज़रिए देश को आगे बढ़ाना ही भाजपा का लक्ष्य है।
अमित शाह की व्यस्तता: पंडाल उद्घाटन से विद्यासागर को नमन तक
दिन में शाह ने संतोष मित्रा स्क्वायर सर्वजनिन दुर्गोत्सव समिति के पंडाल का उद्घाटन किया। इसके बाद वे साल्ट लेक स्थित भाजपा समर्थित पश्चिम बंगा संस्कृति मंच के पंडाल में भी पहुंचे। इसी मौके पर उन्होंने 19वीं सदी के समाज सुधारक ईश्वरचंद्र विद्यासागर की 205वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
शाह ने कहा – “विद्यासागर जी ने अपना पूरा जीवन शिक्षा, बंगाली भाषा और महिलाओं के सशक्तिकरण को समर्पित किया। करोड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से मैं उन्हें नमन करता हूँ।”
इसके साथ ही शाह ने हाल ही में कोलकाता में भारी बारिश के कारण हुई 11 मौतों पर भी दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि त्योहारों की शुरुआत एक दुखद हादसे के साथ हुई है और वे मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं।
TMC का तीखा हमला, अभिषेक बनर्जी का सीधा सवाल
अमित शाह के बयानों के कुछ ही घंटों बाद TMC के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने विद्यासागर कॉलेज से पलटवार किया। उन्होंने शाह के ‘सोनार बांग्ला’ संकल्प पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा ने राज्य का ₹2 लाख करोड़ रुपये बकाया रोक रखा है और यही असली कारण है कि बंगाल विकास की रफ्तार पकड़ने में बाधित हो रहा है।
अभिषेक बनर्जी ने कहा – “पहले अमित शाह यह बताएं कि बंगाल का ₹2 लाख करोड़ कब देंगे? अगर उन्हें लगता है कि हम झूठ बोल रहे हैं तो वे किसी भी चैनल पर बहस तय कर दें, मैं तथ्यों और सबूतों के साथ हाज़िर हो जाऊंगा।”
उन्होंने आगे व्यंग्य करते हुए पूछा कि भाजपा ‘सोनार बांग्ला’ की बात करती है, लेकिन क्या उन्होंने बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र या उत्तर प्रदेश को ‘सोनार’ बना दिया? उनका आरोप था कि केंद्र सरकार बंगाल का पैसा रोककर भाजपा शासित राज्यों पर खर्च कर रही है।
बंगाल की अस्मिता पर हमला?
अभिषेक बनर्जी ने याद दिलाया कि 2019 में इसी कॉलेज में भाजपा की रैली के दौरान विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ दी गई थी। उन्होंने कहा – “आज अमित शाह को कॉलेज आकर प्रतिमा को श्रद्धांजलि देनी चाहिए थी। लेकिन वे यहां नहीं आए। यही कारण है कि हम उन्हें ‘बांग्ला बिरोधी’ कहते हैं।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा बंगाल के महानायक और इतिहास को बार-बार गलत तरीके से प्रस्तुत करती है। “कभी वे कहते हैं रवीन्द्रनाथ टैगोर कहां पैदा हुए, नहीं जानते। कभी पंचानन बर्मा का नाम गलत उच्चारित करते हैं। उन्हें विद्यासागर, राजा राममोहन राय या खुदीराम बोस के योगदान की जानकारी तक नहीं। हमें बंगाल की संस्कृति का ज्ञान भाजपा से नहीं लेना।”
दुर्गा पूजा पर भी उठा विवाद
अभिषेक बनर्जी ने शाह पर तंज कसते हुए कहा कि वही नेता आज दुर्गा पूजा का पंडाल उद्घाटन कर रहे हैं, जिन्होंने पांच साल पहले दावा किया था कि बंगाल में दुर्गा पूजा मनाई ही नहीं जाती। उन्होंने याद दिलाया कि आज यही पर्व UNESCO द्वारा Intangible Cultural Heritage के रूप में मान्यता प्राप्त कर चुका है और भाजपा शासित किसी भी राज्य का कोई त्योहार इस सूची में शामिल नहीं है।
हाईकोर्ट का फैसला और TMC का निशाना
इसी दिन कलकत्ता हाईकोर्ट ने एक अहम आदेश जारी किया, जिसमें बिरभूम की छह बंगाली भाषी लोगों (जिनमें एक गर्भवती महिला भी शामिल थीं) को निर्वासन से वापस बुलाने का निर्देश दिया। कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि एक महीने के भीतर उन सभी को भारत वापस लाया जाए।
अभिषेक बनर्जी ने इस फैसले को बंगालियों के खिलाफ केंद्र की नीतियों का उदाहरण बताया और कहा – “आज विद्यासागर जयंती पर हाईकोर्ट ने जो फैसला दिया है, उसके बाद केंद्र को माफी मांगनी चाहिए।”
बारिश से प्रभावित कोलकाता और TMC की सफाई
कोलकाता में हाल ही में 300 मिमी से अधिक बारिश ने शहर को अस्त-व्यस्त कर दिया था। हालांकि अभिषेक बनर्जी ने दावा किया कि 48 घंटे के भीतर हालात काबू में आ गए। उन्होंने सवाल किया – “अगर शहर पानी में डूबा होता तो अमित शाह कैसे पूरे शहर में घूम रहे हैं? यह इस बात का सबूत है कि हमारी सरकार ने तुरंत काम किया और हालात संभाले।”
ममता सरकार के मंत्रियों का हमला
कोलकाता के मेयर और वरिष्ठ मंत्री फिरहाद हकीम ने भाजपा पर चुनावी मौसम में ‘नकली प्यार’ दिखाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा – “जब चुनाव होते हैं तो भाजपा नेता बंगाल और बंगालियों का खूब गुणगान करते हैं। लेकिन चुनाव खत्म होते ही इन्हीं बंगालियों को देशभर में परेशान और प्रताड़ित किया जाता है, खासकर भाजपा शासित राज्यों में। ये नेता प्रवासी पक्षियों की तरह हैं, जो चुनाव आते ही बंगाल पहुंच जाते हैं और बाद में गायब हो जाते हैं।”
निष्कर्ष
दुर्गा पूजा के शुभ अवसर पर बंगाल की राजनीति में गरमाहट चरम पर पहुंच गई है। एक ओर अमित शाह ने मां दुर्गा से ‘Sonar Bangla’ की कामना की और रवीन्द्रनाथ टैगोर के सपनों को पूरा करने की बात कही, तो दूसरी ओर TMC ने उन्हें ‘बांग्ला बिरोधी’ करार देते हुए केंद्र पर ₹2 लाख करोड़ की देनदारी रोकने का आरोप लगाया।
इस पूरे विवाद ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि बंगाल की राजनीति में अस्मिता, संस्कृति और विकास तीनों ही बड़े चुनावी मुद्दे हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि 2026 विधानसभा चुनाव तक यह सियासी टकराव किस दिशा में जाता है और क्या वास्तव में बंगाल ‘Sonar Bangla’ बनने की राह पकड़ पाता है।