
नई दिल्ली, 6 सितंबर 2025: दुनियाभर के आसमान में 7 और 8 सितंबर की रात एक बेहद दुर्लभ खगोलीय नज़ारा देखने को मिलेगा। इस दिन पूर्ण चंद्र ग्रहण (Total Lunar Eclipse) यानी ब्लड मून लगेगा। इस दौरान पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाएगी, जिससे चंद्रमा का रंग गहरे लाल-नारंगी (कॉपर-रेड) में बदल जाएगा।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह ग्रहण 82 मिनट तक चलेगा और इसे इस दशक के सबसे लंबे और सबसे खूबसूरत खगोलीय घटनाओं में से एक माना जा रहा है। खास बात यह है कि चंद्र ग्रहण को देखने के लिए किसी भी टेलिस्कोप या चश्मे की ज़रूरत नहीं होती।
किन जगहों पर दिखेगा ग्रहण?
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यह ग्रहण पूरी तरह से भारत, एशिया और पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देगा।
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आंशिक रूप से यूरोप, अफ्रीका, पूर्वी ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में भी देखा जा सकेगा।
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भारत के प्रमुख शहर जैसे मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु और चेन्नई ग्रहण देखने के बेहतरीन स्थान माने जा रहे हैं।
चंद्र ग्रहण का समय (भारतीय समयानुसार – IST)
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8:58 PM (7 सितंबर): पेनुम्ब्रल ग्रहण शुरू (चंद्रमा पर पृथ्वी की हल्की छाया पड़ना शुरू)
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9:57 PM (7 सितंबर): आंशिक ग्रहण शुरू (चंद्रमा लालिमा लेने लगता है)
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11:00 PM (7 सितंबर): पूर्ण चंद्र ग्रहण शुरू (ब्लड मून का शानदार नज़ारा)
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11:41 PM (7 सितंबर): ग्रहण का सबसे गहरा चरण
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12:22 AM (8 सितंबर): पूर्ण चंद्र ग्रहण समाप्त
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1:26 AM (8 सितंबर): आंशिक ग्रहण समाप्त
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2:25 AM (8 सितंबर): पेनुम्ब्रल ग्रहण समाप्त
वैज्ञानिक महत्व
चंद्र ग्रहण के दौरान जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आती है तो सूर्य की किरणें सीधे चंद्रमा तक नहीं पहुंच पातीं। उस समय केवल पृथ्वी के वातावरण से गुज़रने वाली लाल रोशनी चंद्रमा पर परावर्तित होती है, जिससे वह गुलाबी या लालिमा लिए ‘ब्लड मून’ जैसा दिखता है।