टेक्नोलॉजी

भारत बना दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट यूज़र देश | 806 मिलियन ऑनलाइन

21वीं सदी को सूचना और तकनीक की सदी कहा जाता है। इंटरनेट आज केवल एक सुविधा नहीं बल्कि जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, भारत इंटरनेट यूज़र्स की संख्या में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है, जहाँ करीब 806 मिलियन लोग यानी 80 करोड़ से ज्यादा नागरिक ऑनलाइन हैं। यह आंकड़ा बताता है कि भारत तेजी से डिजिटल अर्थव्यवस्था और सूचना-प्रधान समाज की ओर बढ़ रहा है।


रिपोर्ट की मुख्य बातें

नवीनतम आंकड़ों के अनुसार:

  • भारत में 806 मिलियन (80.6 करोड़) सक्रिय इंटरनेट यूज़र हैं।

  • इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या में भारत केवल चीन से पीछे है।

  • 2016 से 2024 तक भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या में 3 गुना से ज्यादा वृद्धि हुई।

  • ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट की पैठ लगातार बढ़ रही है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में अब भी सबसे ज्यादा उपयोगकर्ता हैं।


भारत में इंटरनेट का विकास – एक संक्षिप्त इतिहास

  • 1995: भारत में इंटरनेट सेवाओं की शुरुआत हुई।

  • 2000–2010: इंटरनेट का उपयोग मुख्यतः साइबर कैफ़े और कंप्यूटर उपयोग तक सीमित रहा।

  • 2010–2016: स्मार्टफ़ोन और सस्ते मोबाइल डाटा ने इंटरनेट यूज़र्स की संख्या को तेजी से बढ़ाया।

  • 2016 के बाद: रिलायंस जियो जैसी कंपनियों ने सस्ता और तेज़ इंटरनेट उपलब्ध कराकर इंटरनेट क्रांति ला दी।

  • आज: भारत का हर तबका – छात्र, व्यापारी, किसान, गृहिणी, बुजुर्ग – किसी न किसी रूप में इंटरनेट का उपयोग कर रहा है।


इंटरनेट उपयोग का स्वरूप

1. सोशल मीडिया का प्रभाव

  • भारत फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप और यूट्यूब जैसे प्लेटफ़ॉर्म का सबसे बड़ा बाज़ार है।

  • औसतन एक भारतीय इंटरनेट उपयोगकर्ता प्रतिदिन 2.5–3 घंटे सोशल मीडिया पर बिताता है।

2. ऑनलाइन शिक्षा

  • कोविड-19 महामारी ने भारत में ऑनलाइन शिक्षा को लोकप्रिय बनाया।

  • आज लाखों छात्र Byju’s, Unacademy, Coursera, और YouTube जैसे प्लेटफॉर्म्स से शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

3. ई-कॉमर्स और डिजिटल भुगतान

  • Amazon, Flipkart, Meesho जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स पर रोज़ करोड़ों भारतीय ऑनलाइन खरीदारी करते हैं।

  • UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफ़ेस) ने डिजिटल पेमेंट में भारत को दुनिया में अग्रणी बना दिया है।

4. मनोरंजन

  • Netflix, Disney+ Hotstar और JioCinema जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स पर भारतीय दर्शकों की भारी भीड़ है।

  • शॉर्ट वीडियो प्लेटफ़ॉर्म्स (जैसे Moj, Josh) ने छोटे शहरों और गांवों में भी इंटरनेट संस्कृति को लोकप्रिय बनाया।


ग्रामीण भारत में इंटरनेट

  • हाल की रिपोर्ट बताती है कि इंटरनेट का सबसे तेज़ विस्तार ग्रामीण भारत में हो रहा है।

  • गाँवों में स्मार्टफ़ोन की उपलब्धता और सस्ते डेटा प्लान ने बड़ी आबादी को ऑनलाइन किया।

  • किसान मंडियों के दाम, मौसम की जानकारी और सरकारी योजनाओं तक पहुँच इंटरनेट के माध्यम से संभव हुई है।


चुनौतियाँ

  1. डिजिटल डिवाइड (Digital Divide):

    • अभी भी लगभग 50 करोड़ भारतीयों के पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है।

    • गाँव और शहर के बीच इंटरनेट स्पीड और क्वालिटी का अंतर बहुत ज्यादा है।

  2. डिजिटल साक्षरता की कमी:

    • बहुत से लोग इंटरनेट तो इस्तेमाल करते हैं लेकिन सुरक्षित तरीके से उपयोग नहीं जानते।

    • साइबर क्राइम और फेक न्यूज़ बड़ी समस्या बन चुकी है।

  3. नेटवर्क और इंफ्रास्ट्रक्चर:

    • छोटे कस्बों और पहाड़ी इलाकों में अब भी हाई-स्पीड इंटरनेट की कमी है।


अवसर और संभावनाएँ

  • डिजिटल इंडिया मिशन: सरकार का लक्ष्य है कि हर नागरिक को इंटरनेट से जोड़ा जाए।

  • ई-गवर्नेंस: सरकारी योजनाओं और सेवाओं को ऑनलाइन उपलब्ध कराने से पारदर्शिता और सुविधा बढ़ेगी।

  • स्टार्टअप इकोसिस्टम: इंटरनेट ने भारत में ई-कॉमर्स, फिनटेक और एडटेक स्टार्टअप्स को वैश्विक पहचान दी है।

  • रोज़गार के अवसर: इंटरनेट आधारित नौकरियों जैसे डिजिटल मार्केटिंग, कंटेंट क्रिएशन, ऑनलाइन टीचिंग का तेजी से विस्तार हो रहा है।


दुनिया से तुलना

  • चीन: लगभग 1 अरब से ज्यादा इंटरनेट यूज़र के साथ पहले स्थान पर।

  • भारत: 806 मिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के साथ दूसरे स्थान पर।

  • अमेरिका: करीब 320 मिलियन इंटरनेट यूज़र।

  • इससे साफ है कि भारत डिजिटल समाज बनने की दिशा में अमेरिका जैसे विकसित देशों से भी आगे निकल चुका है।


विशेषज्ञों की राय

  • तकनीकी विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले 5 वर्षों में भारत में इंटरनेट यूज़र्स की संख्या 1.2 अरब (120 करोड़) तक पहुँच सकती है।

  • शिक्षाविद् कहते हैं कि डिजिटल शिक्षा भारत की सबसे बड़ी ताकत बन सकती है।

  • आर्थिक विशेषज्ञ का मानना है कि इंटरनेट भारतीय अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर की ओर तेजी से बढ़ा सकता है।


भविष्य की तस्वीर

  • 5G नेटवर्क का विस्तार इंटरनेट अनुभव को और तेज़ बनाएगा।

  • स्मार्ट सिटीज़ और स्मार्ट विलेज की अवधारणा इंटरनेट के बिना अधूरी है।

  • AI, IoT और मेटावर्स जैसी तकनीकें भारत में इंटरनेट के उपयोग को और व्यापक बनाएंगी।

  • यदि डिजिटल साक्षरता और साइबर सुरक्षा पर ध्यान दिया गया तो भारत इंटरनेट के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा पावरहाउस बन सकता है।


निष्कर्ष

भारत का दूसरे नंबर का इंटरनेट यूज़र देश बनना केवल एक सांख्यिकीय उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह दर्शाता है कि भारतीय समाज तेजी से डिजिटल क्रांति की ओर बढ़ रहा है।

  • 80 करोड़ से अधिक लोग अब ऑनलाइन दुनिया का हिस्सा हैं।

  • यह बदलाव शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार, मनोरंजन और प्रशासन – हर क्षेत्र को नई दिशा दे रहा है।

  • चुनौतियाँ जरूर हैं, लेकिन अवसर उससे कहीं ज्यादा बड़े हैं।

 आने वाले समय में, यदि इंटरनेट सबके लिए सुलभ और सुरक्षित बना दिया जाए, तो भारत न केवल इंटरनेट यूज़र्स की संख्या में बल्कि इंटरनेट उपयोग की गुणवत्ता और नवाचार में भी दुनिया का नेतृत्व कर सकता है।

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