TFD INDIA NEWS 24 – रिपोर्टर – खुशबू भारती
BPSC के अभ्यर्थियों का साथ देने के लिए प्रशांत किशोरने छात्रों के समर्थन में पटना के गांधी मैदान में अनशन शुरू कर दिया है.
जन सुराज पार्टी के संस्थापक और राजनेता प्रशांत किशोर ने छात्रों के समर्थन में पटना के गांधी मैदान में अनशन शुरू कर दिया है.
बीपीएससी के अभ्यर्थियों का साथ देने के लिए प्रशांत किशोर उनके साथ आये थे। अभ्यर्थियों के साथ मिलकर आंदोलन भी किया, जिस वजह से पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज भी किये थे। यहां तक कि पटना पुलिस ने उनपर प्राथमिकी भी दर्ज की। अब वह गांधी मैदान के बापू स्थल पर अपने समर्थकों और अभ्यर्थियों के साथ आमरण अनशन पर बैठ गये हैं। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने गुरुवार को ही इस बात की घोषणा की थी कि अगर सरकार बीपीएससी परीक्षा को रद्द नहीं करती है तो वह आमरण अनशन शुरू कर देंगे। इस संबंध में प्रशांत किशोर ने कहा कि “मेरी मांगों में परीक्षा रद्द करना और नए सिरे से परीक्षा आयोजित करना है। उन्होंने कहा कि मैं उन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग करता हूं जिन्होंने कथित तौर पर परीक्षाओं से भरे जाने वाले पदों को बिक्री के लिए रखा था।
कहा था 48 घंटे का करुंगा इंतजार
पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज किये जाने के बाद सरकार ने बात करने कम लिए बुलाया था। फिर प्रदर्शनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से मुलाकात की। उनसे मुलाक़ात के बाद ही प्रशांत किशोर ने इस बात की घोषणा कर दी कि अगर नीतीश कुमार की सरकार बीपीएससी पेपर लीक पर कार्रवाई के लिए मात्र “48 घंटे” तक इंतजार करेंगे और फिर वह अपना आंदोलन तेज करेंगे।
पटना पुलिस ने प्रशांत किशोर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर द्वारा अपने लगभग 150 कार्यकर्ताओं के साथ गांधी मैदान पटना स्थित गांधी मूर्ति के नजदीक 5-सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया जा रहा है। प्रशांत किशोर अनशन के लिए अड़े हैं।
प्रशांत किशोर की पांच सूत्री मांगें
1. 70 वीं बीपीएससी परीक्षा में हुई अनियमितता और भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच और पुनर्परीक्षा कराई जाय।
2. 2015 में 7 निश्चय के तहत किये वाडे के अनुसार 18 से 35 साल के हर बेरोजगार युवा को बेरोजगारी भत्ता दिया जाय।
3. पिछले 10 वर्षों में प्रतियोगी परीक्षाओं में हुई अनियमितताओं और पेपर लीक की जांच एवं दोषियों पर की गई कार्रवाई पर श्वेतपत्र जारी की जाय।
4. लोकतंत्र की जननी बिहार को लाठीतंत्र बनाने वाले दोष्गी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाय।
5. बिहार की सरकारी नौकरियों में बिहार के युवाओं की कम से कम दो तिहाई हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए डोमिसाइल नीति लागू की जाय।