TFD INDIA NEWS 24 – रिपोर्टर – खुशबू भारती
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव परिणामों में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बढ़त पर बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में उछाल देखने को मिला
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव परिणामों में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बढ़त पर बुधवार को भारतीय शेयर बाजार ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। इससे पहले मंगलवार को अमेरिकी बाजार भी बढ़ते के साथ बंद हुए। बुधवार की सुबह आईटी शेयरों में मजबूती की बदौलत 12:18 मिनट पर सेंसेक्स 666.48 (0.83%) अंक चढ़कर 80,143.11 पर पहुंच गया। दूसरी ओर, निफ्टी 202.00 (0.83%) अंक मजबूत होकर 24,415.30 पर आ गया।
इससे पहले बुधवार भारतीय शेयर बाजार में हरे निशान पर कारोबार की शुरुआत हुई। सुबह 9 बजकर 50 पर बीएसई सेंसेक्स 543.14 (0.68%) अंकों की बढ़त के साथ 80,017.16 पर पहुंच गया। दूसरी ओर, निफ्टी 168.50 (0.70%) अंक चढ़कर 24,381.80 पर पहुंच गया।
टाइटन के शेयरों में 3% की गिरावट
टाइटन के शेयर 3 फीसदी से अधिक गिरकर खुले, जब कंपनी ने बताया कि उसका दूसरी तिमाही का समेकित लाभ साल-दर-साल 23.1 फीसदी गिरकर 704 करोड़ रुपये रह गया, जिसका मुख्य कारण सीमा शुल्क में कटौती का प्रभाव है। इस बीच , स्वास्थ्य सेवा की प्रमुख कंपनी डॉ रेड्डीज लैब्स के शेयरों में शुरुआती कारोबार में 3 फीसदी तक की तेजी आई, निफ्टी आईटी, फार्मा और रियल्टी में 1% से अधिक की वृद्धि हुई, जबकि निफ्टी ऑटो, मीडिया, पीएसयू बैंक, हेल्थकेयर और ऑयल एंड गैस में भी 0.5% से अधिक की वृद्धि हुई।
एफआईआई ने मंगलवार को 2569 करोड़ रुपये के शेयर बेचे
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 2,569.41 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 3,030.96 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
ट्रंप-हैरिस की जीत के अलग-अलग मायने है
विश्लेषकों का कहना है कि ट्रम्प की जीत से अमेरिका में कॉर्पोरेट कर की दरें कम हो सकती हैं, जिससे संभावित रूप से खर्च में वृद्धि होगी और भारत में कई इक्विटी क्षेत्रों को लाभ होगा। दूसरी ओर, हैरिस की जीत को नीति निरंतरता के संकेत के रूप में देखा जाता है, जिसका भारतीय शेयरों पर तटस्थ से लेकर हल्के-सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। सेंसेक्स के शेयरों में एचसीएल टेक, मारुति , इंफोसिस , बजाज फाइनेंस , सन फार्मा और बजाज फिनसर्व बढ़त के साथ खुले, जबकि टाइटन टाटा स्टील , जेएसडब्ल्यू स्टील , एचयूएल और कोटक महिंद्रा बैंक कटौती के साथ खुले।
कमोडिटी बाजार के जानकारों का कहना है कि टायर्स कंपनियों को भी क्रूड की रेट में गिरावट का फायदा मिलेगा। क्योंकि टायर कंपनियों के लिए सबसे ज्यादा उपयोग में आने वाला कार्बन ब्लैक या सिंथेटिक रबर, कच्चे तेल से ही तैयार होता है। इससे वाहनों के टायर में कीमतों में कमी देखी जा सकती है । इसके अलावा पेंट कंपनियों को भी क्रूड की कीमतों में गिरावट से फायदा होगा क्योंकि इन कंपनियों के कुल कच्चे माल की लागत में क्रूड का हिस्सा 25-30 फीसदी होता है। पेंट के दाम भी घटने की उम्मीद बढ़ जाएगी। एफएमसीजी कंपनियों को भी सस्ते क्रूड से फायदा होगा क्योंकि एफएमसीजी प्रोडक्ट बनाने की कुल लागत में 15-30 फीसदी क्रूड का उपयोग किया जाता है।
भारतीय आईटी कंपनियों को भी होगा फायदा
ट्रंप की जीत के साथ ही ब्रोकरेज हाउस के रिसर्च नोट भी सामने आने भी आने लगे हैं। निजी कंपनियों के रिसर्च नोट में बताया गया है कि, ट्रंप की जीत से अमेरिकी डॉलर मजबूत होगा। इसका सीधा फायदा भारतीय आईटी कंपनियों को मिलेगा। क्योंकि कई भारतीय अमेरिकी कंपनियों की अमेरिका में अच्छी मौजूदगी है। उन्हें अमेरिकी शेयर बाजार में तेजी का फायदा मिलेगा। क्योंकि दूसरी तिमाही में आईटी कंपनियों के नतीजे अच्छे आए है। इससे इन शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ेगी। ट्रंप की जीत से यूएस में कॉरपोरेट टैक्स में कटौती की संभावना बढ़ जाएगी। लिहाजा टैक्स में कमी होने से यूएस कंपनियां खर्च बढ़ाएंगी। इसका भारतीय आईटी कंपनियों को सीधा फायदा होगा।